रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार को प्रदेश के आईजी और एसपी के साथ कॉन्फ्रेंस में व्यस्त थे। दिनभर की व्यस्तताओं के बावजूद मुख्यमंत्री बघेल ने प्रोजेरिया से पीड़ित शैलेन्द्र ध्रुव से मिलने में जरा भी एतराज नहीं जताया। बड़ी बात यह थी कि सीएम बघेल ने शैलेन्द्र को अपने साथ ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ का भी हिस्सा बनाया।
पूर्व में बताया गया था कि गरियाबंद जिले का शैलेन्द्र ध्रुव महज 16 साल का किशोर है। जन्म से उसे लाइलाज बीमारी प्रोजेरिया ने अपनी चपेट में ले रखा है। इस बीमारी की वजह से यह किशोर बूढ़ों की तरह नजर आता है। उसका शरीर चार से पांच गुना तेजी से विकसित हो गया, जिसकी वजह से किशोरावस्था में ही वह बूढ़ा नजर आने लगा है।
मुझे मीडिया के माध्यम से लाइलाज प्रोजेरिया बीमारी से जूझ रहे गरियाबंद के आदिवासी किशोर शैलेंद्र के जीवन-संघर्ष के बारे में जानकारी मिली थी।
आज उन्हें रायपुर बुलवाकर आईजी-एसपी कांफ्रेंस के दौरान मुलाकात की।
एसपी कान्फ्रेंस के 'गार्ड ऑफ ऑनर' में शैलेन्द्र जी को भी स्थान दिया गया । pic.twitter.com/DzaExRNiqT
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) October 22, 2021
मीडिया के माध्यम से इसकी जानकारी बाहर आई, तब उसकी इच्छा का भी पता चला, तो उसने कलेक्टर बनने की इच्छा जाहिर की थी। इस पर गरियाबंद कलेक्टर निलेश क्षीरसागर ने शुक्रवार को जहां एक दिन के लिए उसे शैडो कलेक्टर के तौर पर अपनी कुर्सी पर बिठाया, तो मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए राजधानी भी पहुंचे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आईजी/एसपी कॉन्फ्रेंस के बीच शैलेन्द्र ध्रुव ‘पा’ को अपने पास बुलाया। उसे अपने बगल वाली कुर्सी पर बिठाया, उससे बात की। उसके बाद अंत में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उसे ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ का भी हिस्सा बनाया।