दुबई। भारतीय कप्तान विराट कोहली सहित अधिकतर क्रिकेटर कैमरे के सामने भले ही यह कह रहे हों कि यह एक आम मैच है, लेकिन यह आम मैच नहीं सबसे बड़ा मुकाबला है। भारत, पाकिस्तान और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में ही नहीं, दुनिया के हर कोने में मौजूद हर भारतीय यह चाहता है कि टीम इंडिया कम से कम यह मुकाबला जरूर जीते। 2017 में चैंपियंस ट्राफी के फाइनल से पहले और बाद में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कप्तान विराट ने कहा था कि यह आम मैच है, लेकिन जब टीम इंडिया, पाकिस्तान से हार गई तो उसके बाद भारतीय प्रशंसकों को काफी कुछ सहना पड़ा था। पूरे इंग्लैंड में पाकिस्तानी यह चिल्ला-चिल्लाकर कह रहे थे कि हमने आइसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में भारत को हराया। जहां भी भारतीय जाते, पाकिस्तानी ताना मारते।
दबाव कम करने की रणनीति : भारत और पाकिस्तान कई सालों से द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेल रहे हैं। पड़ोसी देश से की जा रही गतिविधियां इसका कारण हैं। दोनों देशों की टीमों का मुकाबला अब एशिया कप में या आइसीसी के टूर्नामेंट में होता है। 2018 में दुबई अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में ही भारत ने एशिया कप में पाकिस्तान को दो बार हराया था, जबकि 2019 विश्व कप में पड़ोसी देश की टीम को मैनचेस्टर में धराशायी किया था। मेंटर महेंद्र सिंह धौनी भी मेंटर के तौर कोहली की मदद करेंगे। हालांकि इसमें कोई संदेह नहीं कि इस बार बाबर आजम की टीम को कम नहीं आंका जा सकता। उनमें भी उलटफेर करने की क्षमता है।
कौन करेगा कमाल : विराट कोहली ने अभी तक अपनी टीम घोषित नहीं की है, जबकि बाबर आजम ने 12 खिलाडि़यों की घोषणा कर दी है। भारतीय टीम में सितारों की कमी नहीं है। यह क्रिकेट का ऐसा फार्मेट है जिसमें कोई एक खिलाड़ी सामने वाली टीम का खेल बिगाड़ सकता है। वह भारत की तरफ से विराट, रोहित, रिषभ पंत, मुहम्मद शमी या जसप्रीत बुमराह हो सकते हैं, या पाकिस्तान के बाबर आजम, फखर जमां, शाहीन अफरीदी, मुहम्मद रिजवान। दबाव दोनों तरफ है। जहां एक ओर भारत के ऊपर विश्व कप में लगातार जीत के क्रम को जारी रखने का दबाव है तो पाकिस्तान एक जीत से ही पिछली 12 जीतों के गम को दूर करना चाहता है।
टीम इंडिया है मजबूत : इसमें कोई शक नहीं है कि टीम इंडिया हमेशा की तरफ कागजों पर मजबूत है। आइपीएल ने उसे टी-20 के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी दिए हैं। उसके पास रोहित, केएल राहुल, कोहली, सूर्यकुमार और रिषभ पंत जैसे बल्लेबाज हैं। यह ऐसा बल्लेबाजी क्रम है जो अफरीदी, रऊफ, हसन, इमाद वसीम, शादाब खान के धुर्रे उड़ा सकता है। कोहली ने संकेत दिए हैं कि हार्दिक पांड्या को छठे बल्लेबाज के तौर पर वह उतार सकते हैं। सातवें नंबर पर रवींद्र जडेजा रहेंगे जो आइपीएल में अपना चमत्कार दिखा चुके हैं। गेंदबाजी में जडेजा के साथ बुमराह, शमी, और वरुण चक्रवर्ती का खेलना लगभग तय है। भुवनेश्वर कुमार के अनुभव से उन्हें शार्दुल ठाकुर पर प्राथमिकता मिल सकती है। यदि अतिरिक्त स्पिनर रखना हो तो रविचंद्रन अश्विन को राहुल चाहर पर प्राथमिकता मिलेगी।
पाकिस्तान भी कमजोर नहीं : पाकिस्तान के मुख्य खिलाड़ी कप्तान बाबर हैं। रिजवान बहुत अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं। फखर जमां ने भी हाल में पाकिस्तान सुपर लीग में कुछ अच्छी पारियां खेली हैं। जो तीनों प्रारूपों में अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं उन्हें गेंदबाजी में शाहीन अफरीदी से उचित सहयोग की दरकार रहेगी। इमाद वसीम और शादाब खान में काफी क्षमता है। बायें हाथ के स्पिनर इमाद का यूएई में शानदार रिकार्ड रहा है। अनुभवी शोएब मलिक और मुहम्मद हफीज भी भारत से बदला लेने के लिए बेताब होंगे।
टीमें :
भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उप कप्तान), केएल राहुल, सूर्यकुमार यादव, रिषभ पंत (विकेटकीपर), हार्दिक पाड्या, इशान किशन, शार्दुल ठाकुर, रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, जसप्रीत बुमराह, मुहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार, वरुण चक्रवर्ती, राहुल चाहर
पाकिस्तान : बाबर आजम (कप्तान), आसिफ अली, फखर जमां, हैदर अली, मुहम्मद रिजवान, इमाद वसीम, मुहम्मद हफीज, शोएब मलिक, शादाब खान, हारिस रऊफ, हसन अली, शाहीन शाह अफरीदी।
विराट एंड कंपनी भले ही इसे एक आम मैच बताकर अपने ऊपर से दबाव कम कर रही हो, लेकिन प्रशंसकों का दबाव कम होने का नाम नहीं ले रहा। अभी कल ही जापान में रह रहे मेरे जानने वाले का फोन आया। उन्होंने पूछा, दुबई में रविवार को हम जीतेंगे ना? अगर हम नहीं जीते तो यहां रह रहे पाकिस्तानी हमारा बहुत मजाक उड़ाएंगे। कम से कम हमें यह मैच जीतना होगा। हमने उन्हें वनडे और टी-20 विश्व कप में 12 बार हराया है। इस बार 13-0 हो जाए तो हमारी इज्जत और बढ़ जाएगी।