रायपुर। ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरी क्षेत्र की महिलाओं तक सभी महिलाएं करवाचौथ का व्रत बडी़ श्रद्धा एवं उत्साह के साथ रखती हैं। शास्त्रों के अनुसार यह व्रत कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की चन्द्रोदय व्यापिनी चतुर्थी के दिन करना चाहिए। पति की दीर्घायु एवं अखण्ड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए इस दिन भालचन्द्र गणेश जी की अर्चना की जाती है। करवाचौथ में भी संकष्टीगणेश चतुर्थी की तरह दिन भर उपवास रखकर रात में चन्द्रमा को अर्घ्य देने के उपरांत ही भोजन करने का विधान है। वर्तमान समय में करवाचौथ व्रतोत्सव ज्यादातर महिलाएं अपने परिवार में प्रचलित प्रथा के अनुसार ही मनाती हैं लेकिन अधिकतर स्त्रियां निराहार रहकर चन्द्रोदय की प्रतीक्षा करती हैं भारतीय संस्कृति, परम्परा और अखंड सौभाग्य के पर्व ‘करवा चौथ’ पूजा का आयोजन स्वामी विवेकानंद उत्कर्ष परिषद द्वारा सुंदर नगर में किया गया।
संस्था की सचिव दीप्ति प्रमोद दुबे ने बताया इस अवसर पर भजन कार्यक्रम पूजा पाठ की गई। साथ ही विभिन्न प्रतियोगिताएँ भी आयोजित की गई।इस दौरान स्मिता गुप्ता, विनीता पांडे, अपर्णा जी, एवं संस्था की अन्य महिलाएं मौजूद रही