रायपुर। छत्तीसगढ़ में खरीफ फसलों की कटाई का काम पूरा हो चुका है, तो अब किसान धान खरीदी की मांग करने लगे हैं। भूपेश सरकार ने बीते वर्ष 1 दिसंबर से धान खरीदी की शुरुआत की थी, लेकिन इस बार किसान जल्द खरीदी शुरु करने सरकार पर दबाव बनाने लगे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर किसानों की मांग को लेकर मंत्री स्तर पर बैठक हुई है, जिसमें चर्चा के उपरांत यह निर्णय लिया गया है कि दिवाली के ठीक बाद धान खरीदी के मसले पर एक और चर्चा की जाएगी, जिसमें खरीदी शुरु करने की तारीख पर निर्णय लिया जाएगा।
इस पूरे मामले को लेकर कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली, जिसमें धान खरीदी की तैयारियों को लेकर, बारदानों की उपलब्धता और मिलर्स की तैयारियों पर चर्चा हुई।
समीक्षा के उपरांत कृषि मंत्री चौबे ने मीडिया से हुई चर्चा में बताया कि प्रदेश में किसानों से धान की खरीदी राज्य में तय समर्थन मूल्य के आधार पर ही की जाएगी। किसानों की सुविधाओं को पूरा ख्याल रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल बारदानों की उपलब्धता केवल 30 फीसदी है। हालांकि इससे खरीदी शुरु की जा सकती है, लेकिन भविष्य की दिक्कतों को ध्यान में रखकर खरीदी किए जाने पर विचार किया जा रहा है।
मंत्री चौबे ने बताया कि देश का सबसे बड़ा पर्व दिवाली नजदीक है, ऐसे में खरीदी की शुरुआत नहीं की जा सकती। लेकिन दिवाली के जाते ही सरकार इस पर बैठक करेगी और वास्तविक हालात पर चर्चा के बाद खरीदी की तारीखों का ऐलान किया जाएगा।