संवाददाता — सूरज गुप्ता, बलरामपुर
बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में महिलाओं से बड़ी ठगी का मामला सामने आया है। सैकड़ों महिलाओं को आंगनबाड़ी में नौकरी दिलाने का दिवास्वप्न दिखाया गया, इससे पहले उन्हें प्रशिक्षित करने की आड़ में प्रत्येक महिला से 2—2 हजार रुपए वसूला गया। सैकड़ों महिलाओं से लाखों रुपए वसूलने के बाद जालसाज फरार हो गए। इस पूरे मामले में करीब 10 लोगों की संलिप्तता सामने आई है, जिसमें से दो लोगों के खिलाफ नामजद शिकायत दर्ज कराई गई है।
छत्तीसगढ़ में आए दिन ठगी के नए—नए तरीकों का खुलासा हो रहा है। ग्रामीणों को आसानी से अपनी जाल में फांसकर शातिर जालसाज लाखों—करोड़ों वसूलकर चंपत हो जा रहे हैं। पहले चिटफंड कंपनियों ने जाल बिछा रखा था तो, अब नौकरी दिलाने जैसी साजिशों की आड़ में ठगी की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है।
ताजा मामला छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले का है, जहां पर सैकड़ों ग्रामीण महिलाओं को नौकरी के नाम पर साजिश के तहत ठग लिया गया है। इस पूरे मामले में ग्रामीण महिलाओं को विश्वास में लेने के लिए प्रशिक्षण का आड़ लिया गया, जिसके एवज में प्रत्येक महिला से दो हजार रुपए वसूल किया गया। इसके बाद काफी समय तक हीलाहवाला किया गया और अब ठगों का समूह रकम वसूलकर फरार हो गया है।
थाना प्रभारी सुरेंद्र उके बताया कि बैकुंठपुर के अमित मिश्रा, सूरजपुर के लकी यादव के साथ आठ 10 लोगों ने इन महिलाओं को पंचायत स्तर पर सोसाइटी की निगरानी आंगनबाड़ी की निगरानी नौकरी दिलाने के नाम से प्रशिक्षण देकर नौकरी देने की बात कही थी, जिसके एवज में इन महिलाओं से दो ₹2000 हजार रुपए लिए गए लेकिन इन्हें किसी प्रकार की नौकरी नहीं दी गई। जहां लिखित आवेदन पर हमने मामला दर्ज करते हुए आरोपियों के विरुद्ध धारा 420, 34 के तहत विवेचना में लिया गया है।