करीब 10 दिनों पहले पति और पत्नी की धारदार हथियार से हत्याकर लाश को नाले के पास फेंक दिया गया था। पति—पत्नी की शिनाख्ती के बाद इस अंधेकत्ल को सुलझाने में जुटी दंतेवाड़ा पुलिस को आखिरकार कामयाबी मिल गई है। इस हत्याकांड में कुल 10 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
विदित है कि 17 अक्टूबर को एक दंपति की खून से सनी लाश नाले के पास पड़ी मिली थी। पुलिस मौके पर पहुंची तो पाया कि दोनों पर धारदार हथियार से हमला किया गया है, उसके बाद दोनों की मौत गई। शिनाख्ती में सामने आया कि मृतक रामा ओयाम और उसकी पत्नी मासे ओयाम हैं। अब इस अंधेकत्ल की गुत्थी को सुलझाना पुलिस के लिए चुनौती थी।
इस मामले में शिनाख्ती के बाद कड़ियां जुड़ती गई, तब पता चला कि एक कार्यक्रम के दौरान रामा ने आरोपियों में शामिल कुछ लोगों को टंगिया लेकर दौड़ाया था, जिसका बदला लेने के लिए उन्होंने मौका तलाशा और दंपति की कुल्हाड़ी और चाकू मारकर हत्या कर दी। पूरा मामला दंतेवाड़ा जिले के ग्राम मुरकी का है।
यह बनी हत्या की वजह
संदेह को आधार बनाकर पुलिस ने उन्हीं लोगों से सख्ती से पूछताछ की, जिनसे रामा का विवाद हुआ था। तब जाकर संदिग्ध लोगों ने पुलिस के सामने सच्चाई उगल दी और बताया कि 16 अक्टूबर को गांव में नवाखाई त्योहार मनाया जा रहा था। उस दौरान गांव के लोग नाच, गाना में व्यस्त थे। सभी नाचते-गाते राम ओयाम के घर गए थे। तभी रामा ने ग्रामीणों को टंगिया लेकर मारने के लिए दौड़ाया था।
इस तरह से हुई तैयारी
आरोपियों ने 17 अक्टूबर को वारदात को उस वक्त अंजाम दिया था, जब रामा ओयाम और उसकी पत्नी मासे गांव से पटेलपारा की ओर जा रहे थे। आरोपियों ने बताया कि वे वहां पर पहले से ही मौजूद थे। मौका लगते ही सभी ने मिलकर पहले रामा की हत्या की। उसकी बीवी भी साथ थी इसलिए उसे भी मार डाला था। सभी ने मिलकर पहले दोनों पर टंगिया से वार किया था। फिर चाकू से गला रेतकर दोनों की हत्या कर दी थी।