रायपुर। राज्य स्थापना दिवस के मौके पर एक नवंबर को बस्तर में नक्सल मोर्चे पर तैनात 7 पुलिस कर्मियों को सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है। नक्सल मोर्चे पर कामयाबी दिलाने वाले इन जांबाज जवानों को `छत्तीसगढ़ शौर्य पदक` से नवाजा जाएगा। इन 7 जवानों में 2 दंतेवाड़ा में पदस्थ हैं। वहीं 5 जवान नारायणपुर जिले में पदस्थ हैं। इनमें एक सहायक उप निरीक्षक, चार प्रधान आरक्षक और दो आरक्षक शामिल हैं। पुलिस मुख्यालय रायपुर से इस संबंध में आदेश जारी हो गया है।
जिन कर्मियों को सम्मान मिलेगा :
उनमे सोमारू कड़ती – सहायक उप निरीक्षक, दंतेवाड़ा,
केशर लाल सरोज 228- प्रधान आरक्षक, दंतेवाड़ा,
बैसाखू राम सोम 218- प्रधान आरक्षक, नारायणपुर,
पुनउ राम दुग्गा 831-प्रधान आरक्षक, नारायणपुर,
सकेन्द्र कुमार नेताम 751- प्रधान आरक्षक, नारायणपुर,
विवेक सिंह 709 – आरक्षक, नारायणपुर तथा रमेश कुमार अंधारे 714- आरक्षक, नारायणपुर का नाम शामिल है।
नक्सल मोर्चे पर दिलाई थी कामयाबी
ये जवान पिछले कई सालों से नक्सलियों का सामना करते आए हैं। नक्सल ऑपरेशन में कई बड़ी सफलताएं भी दिलाई हैं। कई बड़े एनकाउंटर में शामिल होकर कई नक्सली लीडरों को ढेर किया है। दंतेवाड़ा के जवान सोमारू और केशर लाल बुरगुम, गुमियापाल व तिमेनार के जंगल में हुई मुठभेड़ में शामिल रहे हैं। बुरगुम में माओवादियों के बड़े कैडर के 5 नक्सली, वहीं तिमेनार में 8 नक्सलियों को इन्होंने ढेर किया है। साथ ही गुमियापाल में एक हार्डकोर इनामी नक्सली को भी मार गिराया है। नारायणपुर जिले में पदस्थ जवानों ने माड़ इलाके में नक्सलियों के खिलाफ मोर्चे में कई बड़ी सफलताएं दिलाई हैं।