कहते हैं अगर आप में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो लाख अड़चनें आने के बाद भी आप अपने मुकाम तक पहुंच सकते हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है एक छोटी सी जगह से मिस छत्तीसगढ़ तक सफर पूरा करने वाली साक्षी ने। साक्षी उपाध्याय ने 26 अक्टूबर को भिलाई में आयोजित मिस छत्तीसगढ़ का खिताब जीता। मशहूर एक्टर और मॉडल प्रिंस नरूला ने साक्षी को क्राउन पहनाकर उन्हें सम्मानित किया।
बात करें इस प्रतियोगिता की तो कोविड के कारण ये पिछले साल आय़ोजित नहीं हो सका था। लेकिन कोविड के केस कम होने के बाद आयोजकों ने चुनें गए प्रतिभागियों को लेकर इसका सफर पूरा किया। जिसमें कोरिया जिले की साक्षी ने फाइनलिस्ट में जगह बनाई। लेकिन फाइनल में उनकी राह आसान नहीं थी।साक्षी को 80 प्रतिभागियों के साथ मुकाबला करना था ।
लेकिन हर राउंड में साक्षी ने जजेस को इंप्रेस किया। रैंप और ब्राइडल लुक रैंप वॉक में साक्षी ट़ॉप पर रहीं। यहीं नहीं आखिरी राउंड में उन्होंने अपने टैलेंट से सभी फाइनलिस्ट को पीछे करते हुए मिस छत्तीसगढ़ का खिताब अपने नाम किया।
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भिलाई में कर रहीं हैं पढ़ाई
साक्षी भिलाई की महिला महाविद्यालय में बीएससी की छात्रा हैं। उनका सपना आगे चलकर ऑफिसर बनने का है। लेकिन पढ़ाई के साथ-साथ वो मॉडलिंग में भी रुचि रखतीं हैं। साक्षी की मां एक प्राइवेट स्कूल की शिक्षिका हैं। जबकि भाई एसईसीएल में नौकरी करते हैं। पिता की मौत के बाद साक्षी के लिए घर से बाहर जाकर पढ़ाई करना आसान ना था। बावजूद इसके उनके परिवार ने उन्हें सपोर्ट किया और साक्षी भिलाई आकर पढ़ाई करने लगीं। इसी दौरान उन्हें मिस छत्तीसगढ़ की जानकारी मिलीं और फ्रेंड्स के कहने पर उन्होंने इसके लिए ऑडिशन दिया। ऑडिशन में सेलेक्ट होने के बाद साक्षी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
कोविड के कारण प्रतियोगिता काफी लंबा खींचा इस दौरान साक्षी ने पढ़ाई के साथ-साथ प्रतियोगिता की तैयारियों के लिए टाइम निकाला। कई राउंड्स के बाद उन्होंने फाइनलिस्ट में जगह बनाई औऱ आखिर में खिताब जीतकर प्रदेश का नाम ऊंचा किया।
”यकीन नहीं था जीतूंगी खिताब”
प्रतियोगिता जीतने के बाद जब साक्षी से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें जरा भी यकीन नहीं था कि वो इस खिताब की दावेदार भीं हैं। लेकिन जैसे-जैसे प्रतियोगिता आगे बढ़ते गई उनके अंदर आत्मविश्वास जागते गया। फाइनल में सेलेक्शन के बाद जब साक्षी के सामने कई प्रतिभागी खड़े हुए तो भी उनके मन में इस बात की चिंता थी कि क्या वो आखिरी 5 में आ पाएंगी या नहीं। लेकिन जब विनर का अलाउंस किया गया तो साक्षी के लिए ये सब कुछ एक सपने जैसा था।