राजधानी रायपुर स्थित विश्व की सबसे बड़ी जंगल सफारी में रविवार को चार और सोमवार को दो पर्यटक कोरोना पाजिटिव पाए गए हैं। ये सभी रायपुर के ही रहने वाले हैं। इसे देखते हुए सफारी प्रबंधन ने यहां सतर्कता बढ़ा दी है।कोरोना की गाइडलाइन का पालन करते हुए पर्यटकों की जांच की जा रही है। जिन्हें टीके की दोनों डोज लग चुकी है और जिसके पास आइटीपीसीआर रिपोर्ट है, उनकी जांच नहीं होगी।
आदिवासी महोत्सव और राज्योत्सव के कारण सफारी में पर्यटकों की संख्या बढ़ी हुई है। राज्योत्सव में पहुंचे नाइजीरिया, फलस्तीन और श्रीलंका आदि देशों के कलाकार भी सफारी पहुंचे थे। असम, झारखंड, बिहार, हिमाचल आदि प्रदेशों के पर्यटक भी जंगल सफारी देखने गए थे। इसे ध्यान में रखते हुए जंगल सफारी में सतर्कता बढ़ा दी गई है।
पर्यटकों की संख्या बढ़ी
ज्ञात हो कि जंगल सफारी में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बाद सप्ताह के दो दिन शनिवार और रविवार को 1,400 के करीब पर्यटक पहुंच रहे हैं, बाकी दिनों में 500-600 पर्यटक ही आ रहे हैं। आदिवासी महोत्सव एवं राज्योत्सव की वजह से पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। जंगल सफारी में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने से सफारी के अंदर प्रवेश करने वाले सभी पर्यटकों का स्वास्थ्य विभाग की टीम एंटीजन की जांच कर रही है।
प्रबंधन पूरी तरह अलर्ट
जांच में पाजिटिव पाए जाने वाले पर्यटकों को स्वास्थ्य विभाग की टीम होम आइसोलेशन या फिर उन्हें उपचार के लिए अस्पताल भेज दिया है। इसके साथ प्रबंधन ने वन्यजीवों की देखरेख करने वाले कर्मचारियों को भी अलर्ट कर दिया है। वन्यजीवों को लेकर प्रबंधन किसी प्रकार की कोताही नहीं बरत रहा है।
पर्यटकों को गाइडलाइन का करना पड़ रहा पालन
जंगल सफारी परिसर में घूमते समय पर्यटकों को शारीरिक दूरी का पूरा ध्यान रखना है। सफारी परिसर में प्रवेश करने से पहले पर्यटक को अपना नाम, पता और फोन नंबर वहां मौजूद रजिस्टर में दर्ज करवाया जा रहा है। परिसर में किसी भी वस्तु को छूने और थूकने की मनाही है।
वन्यजीवों को ऐसे दिया जा रहा खाना
सफारी प्रबंधन का कहना है कि वन्यजीवों को चिकित्सक की सलाह पर उनके भोजन को 60 डिग्री गर्म करने के बाद उसे खाने योग्य ठंडा कर दिया जा रहा है। वन्यजीवों को खाना देने वाले जू कीपर मास्क और पीपीई कीट लगाकर भोजन दे रहे हैं। इसके साथ ही किसी प्रकार का संक्रमण पाए जाने पर पशु चिकित्सक द्वारा टेस्ट के लिए सैंपल भेजकर जांच कराई जा रही है।
निगेटिव रिपोर्ट पर ही प्रवेश
जंगल सफारी के सहायक संचालक अभय कुमार पांडेय ने बताया कि जंगल सफारी आने वाले चार पर्यटकों की जांच हुई है, जो कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इसे देखते हुए सफारी में ऐसे पर्यटकों को प्रवेश दिया जा रहा है, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव है।