Auspicious Time for Laxmi Pooja : जगमग झालर दीयो के प्रकाश से झंकृत दीपावली आज गणेश जी के साथ संपन्नता की प्रतीक देवी लक्ष्मी जी का पूजन खील, बताशे, शक्कर के खिलौने, लइया, चूरा, गट्टे आदि से किया जाएगा। सबसे खास बात तो यह है कि आयुष्मान योग और प्रीति योग में दीवाली मनाई जाएगी। जोकि, संपन्नता, ऐश्वर्या, वैभवता, की प्रतीक है। इस बार दिवाली पर चित्रा और स्वाति नक्षत्र का विशेष संयोग रहेगा। जिस कारण माता लक्ष्मी की कृपा बरसेगी। इन योगों के कारण दीपावली का महत्व कई गुना बढ़ गया है। इन योगों में की गई पूजा सकारात्मक ऊर्जा का तीव्रता से संचार करेंगी। आज लक्ष्मी, गणेश, कुबेर, विष्णु, सरस्वती, महाकाली के पूजन का विधान है। आज का दिन तंत्र- मंत्र- यंत्र- साधना के लिए विशेष माना जाता है। कहते हैं आज के दिन अगर किसी मंत्र का जप किया जाए। तो वह सिद्ध हो जाता है और वर्ष भर ऊर्जा देता है। धन प्राप्ति के लिए आज श्री सूक्त कनकधारा पुरुष सूक्त लक्ष्मी चालीसा या अपने आराध्य इष्ट देव के मंत्रों का जप करें।
लक्ष्मी पूजा शुभ मुहूर्त
शाम 06:10 से लेकर 08:00 तक
लक्ष्मी पूजा प्रदोष काल मुहूर्त शाम 05:35 से रात्रि 08: 10 तक
लक्ष्मी पूजा निशिता काल मुहूर्त – रात्रि 11:38 से 12:30 तक
अमावस्या तिथि प्रारम्भ – प्रातः 06:03 से
अमावस्या तिथि समाप्त – मध्य रात्रि को 02:44बजे तक
लक्ष्मी पूजा के लिए चौघड़िया
प्रातः मुहूर्त (शुभ) – प्रातः 06:35 से 07:58 तक
चर, लाभ, अमृत का चौघड़िया प्रातः – 10:42 से मध्यान 02: 49 तक
चर लाभ अमृत का चौघड़िया सायं– 04:11 से 05:3 से रात्रि 08:49
रात्रि मुहूर्त लाभ का चौघड़िया – मध्य रात्रि 12:05 से 01:43 तक