कोरबा। जिले के पुलिस कप्तान 2013 बैच के IPS भोजराम पटेल के अभियान स्पंदन, समर्पण और संवेदना ने न सिर्फ जवानों का मनोबल बढ़ाया, बल्कि खाकी की छवि में सकारात्मक बदलाव भी किया है। पुलिस कप्तान की सामुदायिक पुलिसिंग अब धीरे.धीरे रंग ला रही है। त्योहारों को पब्लिक के बीच जाकर सेलिब्रेट करने के निर्देश के बाद हर त्यौहार शांति पूर्ण ढंग से मनाया जा रहा है।
बता दें कि समर्पण कार्यक्रम में कम्युनिटी पुलिसिंग के अंतर्गत जरूरतमंद वरिष्ठ नागरिकों को पुलिस के सीधे संपर्क में लाया गया। उनके खिलाफ अपराधों के त्वरित निराकरण और कोरोना संक्रमण काल में आवश्यक वस्तुएं एवं सेवाएं भी उपलब्ध कराई गईं।
यूं तो खाकी वर्दी से सभी डरते हैं। लेकिन, कभी-कभी खाकी का ऐसा मानवीय रूप सामने आता है जिसे देखकर दिल से सलाम करने का मन करता है। कोरबा पुलिस कप्तान भोज राम पटेल ने भी कुछ यही कर दिखाया है। न केवल पुलिस विभाग बल्कि समूचे समाज के लिए नजीर कायम करने वाले एसपी ने अपने इस नेक काम से ये साबित कर दिया कि यदि विजन सही है तो निश्चित समाज में पुलिस की छवि सुधर सकती है।
पुलिस महकमा में हो रहे नवाचार से और करीब आई पब्लिक.पुलिस
पुलिस महकमा में हो रहे नवाचार से पब्लिक में पुलिस की छवि सुधर रही है। जिले की पुलिस आम जनता तक पहुंच उनकी समस्याओं का मौके पर ही निदान कर रही है। कोरबा पुलिस के इस अभिनव पहल की प्रशंसा सर्वत्र की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल द्वारा जिला कोरबा का पुलिस अधीक्षक के रूप में पदभार ग्रहण करने के पश्चात जिले के सभी पुलिस अधिकारी कर्मचारियों का बैठक लेकर स्पष्ट रूप से अपना दृष्टिकोण बता दिया था कि अब कोरबा पुलिस बेसिक पुलिसिंग के साथ.साथ सामुदायिक पुलिसिंग के क्षेत्र मे भी कार्य करेगी। इस थीम पर कार्य करने के बाद अब कोरबा पुलिस की अलग पहचान बन रही है।
एसपी ने दिया मानवता का परिचय
आपको याद दिला दें कि पिछले दिनों पुलिस कप्तान शहर भ्रमण करने निकले थे इसी दौरान सुनालिया रेलवे क्रासिंग के पास दुर्घटनाग्रस्त एक ब्यक्ति को दर्द से कराह देख कर जब कोई उसकी मदद के लिए कोई नहीं बढ़ा तब एसपी भोज राम पटेल घायल की मदद करने से अपने आप को रोक नहीं पाए और अपने सरकारी वाहन में रानी धनराज कुंवर हॉस्पिटल पहुंचाया।
हॉस्पिटल पहुंचते ही पता चला कि दुर्घटना गंभीर थी। प्राथमिक जांच के बाद डॉक्टरों की सलाह पर उसकी जान बचाने कप्तान साहब उसे आनन फानन में कोरबा हॉस्पिटल पहुंचा जहां घायल की जान बचाने की पूरी कोशिश भी हुई। हालांकि गंभीर चोट की वजह से घायल की जान नही बच सकी, पर इंसानियत जिंदा कर स्वार्थी शहर के लोगों को कप्तान साहब जगाने का काम जरूर कर गए।
पहली बार शिक्षकों का पुलिस ने किया सम्मान
शिक्षक दिवस के अवसर पर कोरबा पुलिस अधीक्षक ने अनोखी पहल की, उन्होंने जिले के 70 शिक्षकों का गीतांजलि भवन स्थित ऑडिटोरियम में सम्मान किया। इस दौरान वर्तमान और सेवानिवृत्त शिक्षकों को भी श्रीफल व शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया।
बेसहारा बेटियों के बने सहारा
माता-पिता के जेल चले जाने के बाद बेसहारा हुई चार नाबालिग बेटियों की सुध लेते हुए पुलिस कप्तान भोजराम पटेल ने एक अनुकरणीय पहल की। उन्होंने बालिकाओं की ऐसी दशा की जानकारी जुटाई। पुष्टि होने पर उन्हें लेकर स्वयं बालिका गृह पहुंचे और उनके लिए आसरा, भोजन व शिक्षा की जुगत की। एसपी पटेल ने बालिकाओं से बात की और किसी भी प्रकार की जरूरत के लिए निस्संकोच होकर उनसे बताने के साथ जीवन में आगे बढ़ने सतत मेहनत की सीख दी।