भारतीय क्रिकेट टीम आइसीसी टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचने में नाकाम रही। टीम इंडिया पहले ही दौर से निराशाजनक तौर पर बाहर हुई। भारत को पहले दो मैच में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड से हार मिली जिसकी वजह से वह अंतिम चार में नहीं पहुंची। पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने भारत के इस शर्मनाक प्रदर्शन पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने साफ कहा खिलाड़ियों का ध्यान आइपीएल खेलने पर हा ना कि देश के लिए क्रिकेट खेलने पर।
एक टीवी चैनल पर उन्होंने कहा, “ये नहीं हो सकता है कि ये वर्ल्ड कप खत्म हो गया तो पूरी इंडियन क्रिकेट टीम की क्रिकेट खत्म हो गई। नहीं आप जाइए और बेहतर करने की कोशिश कीजिए। आइपीएल और वर्ल्ड के बीच रास्ता और ज्यादा बड़ा हो तो बेहतर होगा। ये जरूरी है कि आज के हमारे प्लेयरों को बहुत बड़ा एक्सपोजर है उसका फायदा नहीं उठा पाए, जितना हम सोच रहे थे।”
IPL है खिलाड़ियों की पसंद
“देखिए जब प्लेयर आइपीएल खेलना ज्यादा बेहतर पसंद करते हैं देश के लिए नहीं तो फिर हम क्या कह सकते हैं। मैं ये मानता हूं कि हर प्लेयर को ये प्राइड लेनी चाहिए अपनी कंट्री के लिए खेलने को। लेकिन मैं उनकी वित्तिय हालात नहीं जानता इसलिए ज्यादा बात नहीं करुंगा। मैं ये समझता हूं कि पहले देश की टीम होनी चाहिए फिर कोई भी आपके फ्रेंचाइजी।”
“मैं ये नहीं कहता कि वहां क्रिकेट ना खेलो। दूसरा बीसीसीआइ के उपर यह जिम्मेदारी है कि अब वह अपना क्रिकेट को बेहतर प्लान कर सके, भविष्य के लिए। हम हार से क्या सीख सकते हैं जो गलतियां हुई वो दोबारा दोहराई ना जाए। ये सबसे बड़ी सीख है। आने वाले समय में क्या हम कम से कम गलतियां कर सकते हैं। क्या हम अपनी क्रिकेट को बेहतर आयोजित कर सकते हैं। उसके उपर बीसीसीआइ को सोचना होगा।”
पैसे है तो सारे विश्वकप नहीं जीत सकते
“पैसे से ये चीजें नहीं खरीदी जाती, ऐसा नहीं हो सकता कि आप अमीर बोर्ड हैं और सब कुछ बड़ा आपके पास है तो हर वर्ल्ड कप जीत जाएंगे। ऐसा नहीं सो सकता, एक कमिटमेंट चाहिए एक प्लानिंग चाहिए। आपके पास पैसा ज्यादा है इसका मतलब ये नहीं कि हर मैच जीतते जाएंगे।”