रायपुर। छत्तीसगढ़ में धान की दूसरी फसल कटकर अब किसानों के कोठारों में पहुंच चुका है। किसानों को इंतजार अब 1 दिसंबर का है, जब वे 2500 रुपए के समर्थन मूल्य पर सरकार को अपना धान बेच सकेंगे। वहीं दिसंबर में शुरु होने वाली धान खरीदी को लेकर राज्य सरकार भी तैयारियों में जुटी हुई है। इस बीच बड़ी खबर सामने आ रही है कि केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ से केंद्रीय पुल पर 61.65 लाख मीट्रिक टन अरवा चांवल खरीदने की सहमति प्रदान की है।
प्रदेश के खाद्यमंत्री अमरजीत भगत ने चर्चा में बताया कि केंद्रीय पुल से 61.65 लाख मीट्रिक टन अरवा चांवल खरीदने की सहमति केंद्र सरकार ने प्रदान की है। दूसरी तरफ केंद्र सरकार ने उसना चांवल लेने से इंकार कर दिया है, जबकि छग सरकार ने 23 लाख टन उसना चांवल खरीदने का आग्रह किया है।
खाद्यमंत्री अमरजीत भगत ने बताया कि जूट कमिश्नर से 1.38 लाख बारदानें मिलना चाहिए था, लेकिन अब तक केवल 60 हजार बारदानों की ही व्यवस्था की गई है। मंत्री भगत ने बताया कि छत्तीसगढ़ में इस साल भी धान की विभिन्न किस्मों की बंपर पैदावार हुई है, लिहाजा उम्मीद से ज्यादा धान मंडियों में आएंगे।
मंत्री भगत ने बताया कि प्रदेश में धान खरीदी, परिवहन और कस्टम मिलिंग से संबंधित कार्यों को संपादित करने निर्देश दे दिया गया है, ताकि 1 दिसंबर से शुरु होने वाली धान की खरीदी को लेकर किसी तरह का अड़चन ना आए।