मध्यप्रदेश के सीहोर जिले की कोतवाली पुलिस ने एक बड़े सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है। शहर के बस स्टैंड के पास एक मकान में लंबे अरसे से दबे पांव ‘गंदा है, पर धंधा है’ चल रहा था। पुलिस ने जब छापामार कार्रवाई की, तो 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें 4 कॉलगर्ल, 3 ग्राहक युवक, रैकेट संचालिका, रैकेट मैनेजर और एक ड्रायवर शामिल है।
इस पूरे मामले में पुलिस ने बताया कि सीहोर के जिस मकान में छापामार कार्रवाई की गई, वहां से हिरासत में ली गई कॉलगर्ल से पूछताछ में पता चला कि वे भोपाल से आईं हैं। वहीं इस गंदे धंधे को संचालित करने वाली महिला से पूछताछ में पता चला कि सारी लड़कियां भोपाल से बुलाई जाती हैं।
इस पूरे मामले में संचालिका जो खुद को समाजसेविका बताती है, महिला नेत्री के तौर पर सोशल मीडिया पर बड़े नेताओं के साथ फोटो डालती है। इस महिला ने शिवसेना की टिकट पर नगर पालिका का चुनाव भी लड़ा है, जिसमें बुरी तरह से हार का सामना उसे करना पड़ा था।
आड़ लेकर चलाती है धंधा
सीहोर की कोतवाली पुलिस ने इस पूरे मामले में बताया कि इस गंदे धंधे को चलाने वाली महिला समाजसेविका के तौर पर खुद का प्रचार करती है, जिसकी आड़ में ही वह सेक्स रैकेट को संचालित कर रही थी। जिसकी वजह से लोगों को शक नहीं होता था। आमतौर पर यह माना जाता था कि समाजिक कार्यकर्ता होने की वजह से उसके पास युवक—युवतियों की भीड़ लगती है, लेकिन खुलासा बेहद शर्मनाक था।