रायपुर। प्रदेश में कोरोना के मामलों में कमी के बाद अब दोबारा से स्कूल-कॉलेज खुलने लगे है, तो वहीँ पिछले दो सालों से लेट हो रहे 10 और 12वी के प्राइवेट बोर्ड एग्जाम भी अब होना है। वहीँ शहर के सबसे बड़े स्कूल पं. जे एन पांडे में न तो कोई सुविधा है और न ही विद्यार्थियों को जानकारी देने के लिए कोई मौजूद है।
खाली हाथ लौट रहे परीक्षार्थी
बार बार दूर दराज से परीक्षार्थी वहाँ आ रहे पर बिना जानकारी के खाली हाँथ ही वापस लौट रहे है। ज्यादातर परीक्षार्थियों को तो ये पता ही नही है कि एग्जाम कब होंगे। यही नही परीक्षा में बैठने के लिए भरे जाने वाले फार्म की भी कोई जानकारी नही है।
स्कूल ही नहीं आते शिक्षक
केवल दीवार पर एक कोरे कागज में लिख दिया गया है कि खिड़की खुलने का समय 12:30 से 2 बजे तक का है। पर दुसरो को अनुशासन का पाठ पढ़ाने वाले इन जिम्मेदार शिक्षकों को यह नही पता कि उन्हें भी अपनी जिम्मेदारियां निभाते हुए स्कूल आना होता है। अगर प्रदेश के शिक्षक ही ऐसे होंगे तो उनके विद्यार्थी कैसे होंगे।