ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। सादगी और संयम का प्रतीक महापर्व छठ उगते और डूबते सूर्य की पूजा करने वाला एकमात्र पर्व है। यह कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष में षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। लोकपर्व छठ (Chhath Puja) सूर्य षष्ठी के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्व दिवाली के 6 दिन बाद मनाया जाता है। इस वर्ष छठ पर्व की शुरुआत सोमवार को स्नान यानी नहाय-खाय के साथ हुई। इसके बाद मंगलवार को व्रतियों ने ‘खरना’ का प्रसाद ग्रहण किया। आज बुधवार को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा।
अर्घ्य का मुहूर्त
बुधवार- 05:27 शाम
गुरूवार – 06:34 सुबह
विदेशों में धूमधाम से मनाया जाता है
पूरे देश में आज लोग आस्था के महापर्व छठ की धूम है। आज डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देते हुए छठी मैया की पूजा आराधना की जाएगी। चार दिनों तक चलने वाले इस महापर्व मुख्य रूप से उत्तर भारत के राज्यों में मनाया जाता है। चार दिनों तक चलने वाले छठ पूजा में सूर्यदेव और छठी मैया की पूजा होती है। छठ के पर्व में उगते हुए और डूबते हुए सूर्य दोनों को अर्घ्य दिया जाता है। इस पर्व की महत्ता अब केवल भारत तक ही सीमित नहीं है बल्कि विदेशों में भी इसे बड़े धूमधाम ने मनाया जाता है।
जानिये क्यों दिया जाता है डूबते सूर्य को अर्घ्य
मान्यता है कि शाम के समय सूर्य देव अपनी अर्धांगिनी देवी प्रत्युषा के साथ समय बिताते हैं। यही वजह है कि छठ पूजा में शाम को डूबते सूर्य को अर्घ्य (Sandhya Arghya) देते समय उनकी पत्नी देवी प्रत्युषा की भी उपासना की जाती है। ऐसा करने से व्रती की मनोकामनाएं जल्द पूर्ण होती हैं। यह भी मान्यता है कि डूबते सूर्य को अर्घ्य देने से जीवन की कई समस्याओं, स्वास्थ्य समस्याओं आदि से छुटकारा मिलता है।
सार्वजनिक अवकाश की घोषणा
वहीँ छत्तीसगढ़ सरकार ने अहम फैसला लिया है। राज्य सरकार ने छठ पूजा के दिन सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने छठ पूजा के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश का ऐलान किया था। सीएम बघेल के निर्देश पर सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी कर दिया है।