भारत की कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई दिन पर दिन तेज होती जा रही है। एक दिन पहले ही देश ने टीके की 110 करोड़ खुराक का आंकड़ा पार किया। इसके अलावा टीकाकरण की रफ्तार को बढ़ाने के लिए सरकार ने ‘हर घर दस्तक’ की शुरुआत की है। कुछ इलाकों में घर-घर जाकर टीके लगाए जाएंगे। इस बीच गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई अंतिम चरण में है और इस महामारी के पूरी तरह खत्म होने से पहले सुरक्षा उपायों को कम नहीं किया जाना चाहिए।
उन्होंने राज्यों से टीकाकरण का दायरा बढ़ाने और 12 करोड़ से अधिक उन लाभार्थियों को टीका लगवाने के लिए प्रेरित करने का अनुरोध किया, जिन्हें टीके की दूसरी खुराक लेनी है। उन्होंने सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि सभी वयस्कों को ‘हर घर दस्तक’ अभियान के दौरान कोविड टीके की पहली खुराक मिले।
कोरोना के खिलाफ जंग का अंतिम चरण
मंडाविया ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ डिजिटल बातचीत के दौरान कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा, ”टीकाकरण के दो हथियार और सीएबी (कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार) इसके खिलाफ हमारी सबसे बड़ी रक्षा होगी और हमें इसे पूरी तरह खत्म होने से पहले अपने सुरक्षा उपायों को कम नहीं करना चाहिए।’
‘हर घर दस्तक’ को अपनाए
उन्होंने कहा कि वर्तमान में 79 प्रतिशत वयस्क आबादी को टीके की पहली खुराक मिल चुकी है और 38 प्रतिशत को दूसरी खुराक भी मिल चुकी है। उन्होंने कहा, ‘बहु-हितधारकों के प्रयास हैं कि देश में कोई भी पात्र नागरिक कोविड-19 टीके के ‘सुरक्षा कवच’ के बिना न रहे। आइए, हम देशभर के कोने-कोने तक पहुंचें और लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘हर घर दस्तक’ अभियान के तहत दोनों खुराक लेने के लिए प्रेरित करें।’