रायपुर। छत्तीसगढ़ में मौसम परिवर्तन का दौर अब भी जारी है। हवा में नमी की वजह से जहां तापमान में लगातार गिरावट आ रही है और ठंड बढ़ रही है, तो वहीं मौसम में शुष्कता भी दिखाई पड़ रही है। मौसम विभाग की मानें तो बंगाल की खाड़ी में एक बार फिर कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो गया है, जिसकी वजह से आसमान में बादल मंडरा रहे है। बदली की वजह से धूप नहीं खिल रही है, जो सेहत के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं।
रायपुर की सीएमएचओ डॉ. मीरा बघेल सहित पीडियाट्रिक्स डॉक्टरों का मानना है कि ऐसे मौसम में बच्चों के प्रति सजगता बेहद जरुरी है। डॉ. मीरा बघेल का कहना है कि हवा में प्रदूषण काफी ज्यादा है, इसके अलावा मौसम में शुष्कता और हवा में नमी बच्चों की सेहत पर दुष्प्रभाव डाल सकता है।
डॉक्टर्स का कहना है कि ऐसे समय में बच्चों के संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है। मामूली सर्दी, खांसी और बुखार भी निमोनिया जैसे जानलेवा बीमारी में तब्दील हो जाता है। लिहाजा बेहद जरुरी है कि छोटे बच्चों का ख्याल विशेष तौर पर रखा जाए। नियमित दवाईयों की जगह तुरंत ही डॉक्टर्स से परामर्श लेना ज्यादा बेहतर विकल्प होगा।
विदित है कि छत्तीसगढ़ कोरोना से काफी ज्यादा प्रभावित रहा है। दोनों चरणों के बाद तीसरी लहर की आशंका अब भी बरकरार है। ऐसे में जरुरी है कि डॉक्टरों की सलाह समय—समय पर लेते रहें, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति का सामना ना करना पड़े।