ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस साल देवात्थान एकादशी दो दिन मनाई जा रही है। क्योकिं 14 और 15 नवंबर दोनों का सूर्योदय एकादशी तिथि में ही हो रहा है। इसलिए आज 15 नवंबर के दिन भी देवोत्थान एकादशी का पूजन होगा। इस दिन तुलसी विवाह का भी आयोजन किया जाता है। मान्यता है कि आज के दिन तुलसी जी और शालिग्राम भगवान के विवाह का आयोजन करने से सुखी दांपत्य जीवन का आशीर्वाद मिलता है। आज के दिन तुलसी जी के पूजन का विशेष दिन होता है। जो भी श्रद्धापूर्वक तुलसी विवाह के पूजन में तुलसी मां के 108 नामों का जाप करता है, उसे सुख-संपत्ति और आरोग्य की प्राप्ति होती।
तुलसी जी के 108 नाम
1.ॐ श्री तुलस्यै नमः।
2.ॐ नन्दिन्यै नमः।
3.ॐ देव्यै नमः।
4.ॐ शिखिन्यै नमः।
5.ॐ धारिण्यै नमः।
6.ॐ धात्र्यै नमः।
7.ॐ सावित्र्यै नमः।
8.ॐ सत्यसन्धायै नमः।
9.ॐ कालहारिण्यै नमः।
10.ॐ गौर्यै नमः।
11.ॐ देवगीतायै नमः।
12.ॐ द्रवीयस्यै नमः।
13.ॐ पद्मिन्यै नमः।
14.ॐ सीतायै नमः
5.ॐ रुक्मिण्यै नमः।
16.ॐ प्रियभूषणायै नमः।
17.ॐ श्रेयस्यै नमः।
18.ॐ श्रीमत्यै
19.ॐ मान्यायै नमः।
20.ॐ गौर्यै नमः।
21.ॐ गौतमार्चितायै नमः।
22.ॐ त्रेतायै नमः।
23.ॐ त्रिपथगायै नमः।
24.ॐ त्रिपादायै नमः।
25.ॐ त्रैमूर्त्यै नमः।
26.ॐ जगत्रयायै नमः।
27.ॐ त्रासिन्यै नमः।
28.ॐ गात्रायै नमः।
29.ॐ गात्रियायै नमः
30.ॐ गर्भवारिण्यै नमः।
31.ॐ शोभनायै नमः।
32.ॐ समायै नमः।
33.ॐ द्विरदायै नमः।
34.ॐ आराद्यै नमः।
35.ॐ यज्ञविद्यायै नमः।
36.ॐ महाविद्यायै नमः।
37.ॐ गुह्यविद्यायै नमः।
38.ॐ कामाक्ष्यै नमः।
39.ॐ कुलायै नमः।
40.ॐ श्रीयै नमः।
41.ॐ भूम्यै नमः।
42.ॐ भवित्र्यै नमः।
43.ॐ सावित्र्यै नमः।
44.ॐ सरवेदविदाम्वरायै नमः