अनिल अग्रवाल फाउंडेशन और वेदांता ग्रुप द्वारा दुर्ग जिले के 101 आंगनबाड़ियों को गोद लेकर पूर्णतः विकसित करने के लिए नन्दघर परियोजना पार्टनर जनमित्रम रायगढ़ के सहयोग से चलाया जा रहा है।
इन नंदघरों में बच्चो के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए उपयोगी पहल हो रही हैं। इस तारतम्य में दुर्ग जिले के विकासखंड- पाटन में कुल 51/101 नंदघरों में पंडित नेहरू जी के जन्मदिन पर बाल दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर नँद घरों में बच्चों के लिए फैंसी ड्रेस, गीत गायन, कविता पाठ, चित्रकारी, कुर्सी दौड़ आदि प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। वही नन्दघर में उपस्थित पालकों, सामान्यजन और जनप्रतिनिधियों के बीच, बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण और स्वच्छता को लेकर चर्चा हुई।
नंदघरों में पालकों ने उत्सुकता के साथ शामिल होकर सभी बच्चों का हौसला बढ़ाया।
इस कार्यक्रम के, कार्यक्रम का संचालन कर रही संस्था जनमित्रम के दुर्ग जिला प्रबंधक स्वाति उपाध्याय ने बताया की अपने बच्चों के ऊपर सभी माता पिता को ध्यान देना चाहिए आपके बच्चे नन्दघर में जैसी गतिविधि करते है वैसे ही घर में भी सभी गतिविधि करवाने चाहिए जिससे वे अपने जीवन मे प्रतिदिन की गतिविधि को आदत बना सके । जो बच्चे कुछ कमजोर है उनको ज्यांदा देने की जरूरत है कुछ प्रयास हमारा है कुछ माता पिता को समय देकर अपने बच्चे को कुपोषण से बचा सकते है हमारा जो अथक प्रयास है उसमें आपके साथ कि ज्यादा जरूरत है आपका साथ हमारे प्रयास से हम बच्चो को कुपोषण मुक्त कर सकते हैं।
उक्त कार्यक्रम में नितिन, गजाधर, मनोज, यमुना, संध्या, वर्षा, पूजा की भूमिका महत्वपूर्ण रही।
ज्ञातव्य हो की नंद घर परियोजना छत्तीसगढ़ के 06 जिलों में क्रियान्वित है। राज्य स्तर पर प्रोग्राम प्रबंधक रिफत शमीम खान ने बताया की हमारे नन्दघर परियोजना के अंतर्गत सभी के प्रयास से हम सभी महिलाओं और बच्चों को ज्यादा ध्यान दे रहे है वो दिन दूर नही की हम समुदाय में बहुत जल्द एक बड़ा बदलाव ला सकते है देश की हर महिला और बच्चे स्वस्थ – स्वच्छ सुखी हो सके हमारा यही प्रयास है।