रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज उत्तरप्रदेश के लिए रवाना हो गए हैं। यूपी के बांदा जिले में कार्यकर्ताओं से मुलाकात और चर्चा के लिए निकलने से पहले उन्होंने मीडिया से चर्चा की, जिसमें उन्होंने कई मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर हमले किए। उन्होंने वित्तीय प्रबंधन, उसना चावल और कोयले की बकाया राशि को लेकर बात की। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि केंद्र सरकार से पेट्रोलियम पदार्थों पर लगाए गए सेस को हटाने की मांग की गई है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश में 500 से ज्यादा राईस मिलें बंद होने की कगार पर हैं। केंद्र सरकार ने अचानक उसना चावल एफसीआई में नहीं लेने का फरमान जारी कर दिया है, जबकि प्रदेश में बड़ी संख्या में किसान उसना चावल की फसल लेते हैं। सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार को यदि ऐसा करना ही था, तो पहले से सूचित करना चाहिए था, ताकि किसानों से अपील कर उन्हें अरवा किस्म की धान का फसल लेने कहा जाता।
वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर कहा कि केंद्र सरकार को चाहिए कि पेट्रोलियम पदार्थों पर लगाए गए सेस को हटाएं। इससे केवल एक प्रदेश को नहीं, बल्कि पूरे देश के राज्यों में वाहन धारकों और उपभोक्ताओं को इसका लाभ मिल सके। सीएम बघेल ने कहा कि यदि 2014 की कीमतें लागू करने में केंद्र रूचि दिखाएगी, तो उसका स्वागत किया जाएगा।
इसके अलावा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोयला खदानों के मामले को लेकर कहा कि छत्तीसगढ़ का 4 हजार करोड़ से ज्यादा की राशि केंद्र के पास है, जिसे राज्य के खाते में डालने की बात वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण से कही है।