नई दिल्ली। सरकार देश के सभी कोने से हेलीकाप्टर सेवा शुरू करने की तैयारी कर रही है, ताकि अंतिम छोर पर रहने वाले व्यक्ति को भी हवाई यात्रा की सुविधा मिल सके। हेलीकाप्टर सेवा शुरू करने की इच्छुक कंपनियों को नागरिक उड्डयन मंत्रालय की तरफ से पूरी मदद दी जाएगी और कम लागत वाला माडल तैयार किया जाएगा। इस सेवा के लिए हेलीकाप्टर कारिडोर भी तैयार किए जा रहे हैं। मंत्रालय अन्य देशों में कोरोना की स्थिति को ध्यान में रखते हुए अंतरराष्ट्रीय विमान यात्रा सेवा की सामान्य बहाली पर भी विचार कर रहा है। वहीं, विमान यात्रा सेवा को महंगा होने से बचाने के लिए भी मंत्रालय की तरफ से कवायद की जा रही है।
देश भर में तैयार किए जा रहे हेलीकाप्टर कारिडोर : सिंधिया
औद्योगिक संगठन सीआइआइ के कार्यक्रम में नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि देश में हेलीकाप्टर सेवा की सख्त जरूरत है क्योंकि यह देश के अंतिम छोर तक पहुंच सकती है। इस दिशा में हेलीकाप्टर नीति के तहत काम किया जा रहा है। दिल्ली, मुंबई, गुवाहाटी और बेंगलुरु में हेली-हब बनाए जा रहे हैं। निजी कंपनियां हेलीकाप्टर सेवा शुरू कर सकेंगी और उन्हें सरकार की तरफ से सभी प्रकार की मदद दी जाएगी। उत्तर-पूर्व राज्यों में हवाई यात्रा के विस्तार में हेलीकाप्टर सेवा काफी कारगर साबित होगी।
अन्य देशों की कोरोना स्थिति को ध्यान में रखकर ही अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बहाल करने पर विचार
सिंधिया ने कहा कि विमान यात्रा सेवा को महंगा होने से बचाने के लिए उन्होंने 22 राज्यों के मुख्यमंत्रियों को एयर टरबाइन फ्यूल (एटीएफ) पर लगने वाले वैट को कम करने के लिए पत्र लिखा है। इनमें से सात राज्य व केंद्रशासित प्रदेशों ने अपने-अपने प्रदेशों में एटीएफ पर लगने वाले वैट में कटौती भी कर दी है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय विमान यात्रा की सामान्य बहाली से पहले अन्य देशों की कोरोना स्थिति को देखना जरूरी होगा। सिंधिया ने कहा कि भारत में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन रूस व अन्य कई देशों में कोरोना संक्रमण अगले चरण की ओर जा रहा है। सरकार एयरपोर्ट के मेंटेनेंस, रिपेयर और ओवरहाल (एमआरओ) प्रणाली में भी बड़े बदलाव करने जा रही है।