नई दिल्ली। आज कार्तिक पूर्णिमा और प्रकाश पर्व जैसे पावन पर्व का संयोग है। इस महान संयोग पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की घोषणा कर दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने देश के किसानों के हक में निर्णय लेते हुए कहा कि उनकी सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को देश के किसानों के बेहतर भविष्य के लिए लागू किया था, लेकिन दुर्भाग्य है कि किसानों को समझाने में कामयाबी नहीं मिली।
#WATCH आज मैं आपको और पूरे देश को बताने आया हूं कि हमने तीनों कृषि क़ानूनों को रद्द करने का फ़ैसला किया है। मैं सभी आंदोलन किसान साथियों से आग्रह कर रहा हूं कि अब आप अपने-अपने घर और खेतों की तरफ़ लौटें: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/okHA27Btc8
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 19, 2021
आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में यह बड़ा ऐलान किया। अपने 18 मिनट के संबोधन में मोदी ने कहा कि सरकार तीनों कृषि कानूनों को नेक नीयत के साथ लाई थी, लेकिन यह बात हम किसानों को समझा नहीं पाए। इसके बाद एक तरफ जहां दिल्ली बॉर्डर पर किसानों ने जश्न शुरू कर दिया है। साथ ही बाद सोशल मीडिया पर रिएक्शन आने शुरू हो गए हैं।
इस मामले को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा कि ‘देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सिर झूका दिया’। तो वहीं कांग्रेस पार्टी के ट्विटर अकाउंट से ‘टूट गया अभिमान, जीत गया मेरे देश का किसान’ जारी किया गया है।