रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर राजधानी रायपुर के महादेव घाट आस्था की डुबकी लगाई। ग्रामीण परिवेश में अपना बचपन निकालने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ की संस्कृति से बेहतर परिचित हैं, इसमें कोई दो राय नहीं।
मुख्यमंत्री बनने के बाद से लगातार तीसरे वर्ष आज कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर महादेव घाट पहुंच कर उन्होंने कार्तिक स्नान का पुण्य लाभ लिया। इसके बाद गंगा आरती और फिर हाटकेश्वर महादेव का पूजन भी किया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ विधायक एवं संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, रायपुर के महापौर एजाज ढेबर सहित सैकड़ों अन्य लोग भी महादेव घाट में कार्तिक स्नान के लिए मौजूद थे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ना केवल महादेव घाट के खारुन नदी में स्नान किया बल्कि उन्होंने एक प्रशिक्षित तैराक की तरह प्रदर्शन भी किया, जिसे देखकर वहां पर उपस्थित लोग आनंदित हो उठे।
कार्तिक पूर्णिमा के इस पावन अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि यह हमारी संस्कृति है जिसका पुण्य लाभ हर किसी को लेना चाहिए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने समाज को संदेश देते हुए कहा कि हर किसी को अपनी संस्कृति से जुड़कर रहना चाहिए।
सीएम बघेल ने बताया कि वह बचपन से ही पुन्नी मेला के मौके पर स्नान और शिवजी की पूजा करते आ रहे हैं। लोगों की नजर अब पड़ रही है क्योंकि सब कुछ नजर आ रहा है। जबकि यह पुरातन संस्कृति है।