दुर्ग। छत्तीसगढ़ के भिलाई—3 में कुछ दिनों पहले कांग्रेस पार्षद सूरज बंछोर की हत्या हो गई थी। तब मामला जुआ खेलने के दौरान हुए विवाद के बाद मारपीट और धारदार हथियार से हमले में उलझी हुई थी, लेकिन अब पुलिस ने इस हत्याकांड के असल गुनाहगार का पता लगा लिया है। हालांकि इस मामले में मुख्य दो आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन सहयोगियों को पुलिस ने धर दबोचा है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस पार्षद सूरज जिन लोगों के साथ बैठा हुआ था, उनके साथ ना तो मारपीट हुई, ना ही कोई विवाद हुआ था। यह एक चौंकाने वाला खुलासा है, पर पुलिस रिकॉर्ड में यही हकीकत है। इस हत्याकांड के पीछे वजह पुरानी रंजिश सामने आ रही है, जिसका बदला लिया गया है। हत्या की वारदात को जिसने अंजाम दिया, वह मौके से फरार हो गया और प्रथम दृष्टया मामला तात्कालीन विवाद के तौर पर सामने आया।
जल्द हो जाएगा पूरा खुलासा
बताया जा रहा है कि इस काम में मुख्य आरोपी का साथ गांव के ही एक अन्य युवक और खुर्सीपार क्षेत्र के दो लड़कों ने दिया है। पुलिस दो आरोपियों को तो अपनी कस्टडी में ले चुकी है, लेकिन मुख्य दो अभी भी पुलिस की पहुंच से बाहर हैं। पुलिस ने उनकी तलाश के लिए तीन टीमों को जिले के बाहर भेजा है। जल्द ही पुलिस इस मामले का खुलासा कर सकती है।
बेटे के अपहरण की शिकायत से मिला सुराग
कांग्रेस पार्षद की हत्या में असल आरोपी की पहचान एक झूठी कहानी से हुई है। दरअसल, हत्या के समय पर ही हत्यारे की मां ने अपने बेटे के किडनैप होने की शिकायत पुलिस में की। शिकायत में जब पार्षद सूरज का नाम सामने आया, तब पुलिस का माथा ठनका, फिर पुलिस ने कड़ी जोड़ी, मोबाइल लोकेशन को ट्रेस किया। उसके बाद इस मामले की असलियत सामने आती चली गई। इस मामले में पुलिस ने खुर्सीपार के दो युवको धर दबोचा और उनसे जब पूछताछ हुई, तो कबूलनामा भी सामने आ गया।