रायपुर। छत्तीसगढ़ के ज्यादातर कॉलेज अतिथि व्याख्याताओं की सेवाओं के भरोसे ही संचालित हो रहे हैं, लेकिन उनकी दुर्दशा की ओर किसी की नजर नहीं जा रही है। अपनी मांगों को लेकर अतिथि व्याख्याताओं ने राजधानी में प्रदर्शन भी किया, विभागीय अधिकारियों के साथ ही प्रदेश के मंत्रियों और मुख्यमंत्री तक अपनी मांगों को रख चुके हैं।
अब उनकी मांगों पर उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने सुध ले ली है। अतिथि व्याख्याता संघ के अध्यक्ष भानु अहिरे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने मंत्री उमेश पटेल से मुलाकात की और अतिथि व्याख्याताओं के भविष्य को लेकर चिंता व्यक्त की। अहिरे ने मंत्री पटेल को बताया कि प्रदेश के ज्यादातर शासकीय महाविद्यालय अतिथि शिक्षकों के भरोसे ही संचालित हो रहे हैं, लेकिन उनके जीवन में असुरक्षा और वेतन विसंगति दशकभर से बनी हुई है।
संघ के अध्यक्ष अहिरे ने देश के अन्य राज्यों में अतिथि व्याख्याताओं की स्थिर स्थिति और पर्याप्त वेतन का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए छत्तीसगढ़ के अतिथि व्याख्याताओं के साथ न्याय किए जाने की मांग रखी।
उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने अतिथि व्याख्याताओं की बातों को ना केवल गंभीरता से लिया है, बल्कि उन्हें आश्वस्त भी किया है कि जल्द ही उनकी मांगों पर सकारात्मक निर्णय लिया जाएगा, जिससे अतिथि व्याख्याताओं की चिंता का निराकरण हो जाएगा। मंत्री पटेल ने यह भी कहा है कि प्रदेश सरकार उनके साथ न्याय करेगी।