हेल्थ डेस्क। आज के दौर में हर कोई सेहत के प्रति चिंतित जरुर है, लेकिन खुद पर नियंत्रण खो चुका है, जिसकी वजह से इंसान का शरीर, बीमारियों का घर बन चुका है। असमय मोटापा और तरह—तरह की शारीरिक शिकायतों से ज्यादातर लोग परेशान हैं। बड़ी तादाद में लोग ऐसे हैं, जो डाइट कंट्रोल के नाम पर खाने से ही दूर भागने लगते हैं और फिर कमजोर इम्यूनिटी की वजह से बुरी तरह बीमार पड़ जाते हैं।
दरअसल, इंसान को भोजन से भागने की जरुरत नहीं है, बल्कि सही समय पर उचित खान—पान का ख्याल रखना ज्यादा जरुरी है। नियमित भोजन में सेहतमंद डाइट का शामिल होना आवश्यक है, ताकि शरीर कमजोर ना हो, तो वहीं पाचन क्रिया भी आसान रहे, इस बात का भी ख्याल रखा जाना चाहिए।
आज 75 फीसदी लोगों की समस्या वजन और मोटापा है। बहुतेरे लोग वजन घटाने के लिए भोजन का ही त्याग कर देते हैं, जबकि ऐसा करना शरीर को कमजोर करना है। बढ़ते वजन और मोटापे को कंट्रोल करने के लिए कुछ जरुरी बातों पर ध्यान दिया जाना चाहिए, इससे इंसान का सेहत बरकरार रहता है और जीवन का बड़ा हिस्सा निरोगी ही निकल सकता है। यदि वजन बढ़ गया है, मोटापा कम नहीं हो रहा है, तो इन बातों को दिनचर्या में शामिल करने से बड़ा लाभ मिल सकता है।
हल्दी वाला दूध
यदि नियमित तौर पर हल्दी वाले दूध का सेवन किया जाए, तो यह एक तरफ जहां इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग बनाता है, वहीं शरीर की अनावश्यक चर्बी को भी कम करता जाता है। सर्दी और वायरस में भी यह कारगर उपाय है।
चूकंदर—नींबू का जूस
चूकंदर और नींबू अपने आप में औषधिक गुणों की खान है। चूकंदर जहां शरीर की रक्त कणिकाओं को बढ़ाने में मददगार साबित होता है, तो नींबू एंटी आक्सीडेंट की भूमिका का निर्वहन करता है, इससे पाचन शक्ति बढ़ जाती है और वजन कम होने लगता है।
दालचीनी वाली चाय
दालचीनी भी औषधि के तौर पर ही उपयोग में लाया जाता है। इसके खास तत्व शरीर को जहां ऊर्जा प्रदान करते हैं, तो चाय में शामिल कर उसकी चुस्की लेने से वजन और मोटापे पर प्रभाव पड़ता है।
मेथीदाने का पानी
मेथी का दाना आमतौर पर मसाले के रुप में प्रयोग किया जाता है। इसके सेवन से सुगर कंट्रोल आसानी से किया जा सकता है, तो दूसरी तरफ इसका पानी एंटी आक्सीडेंट का काम करता है और मोटापे को मारने में सहायक होता है।