ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। आंध्र प्रदेश के तिरुपति में लगातार चार दिन से बाढ़ के हालात बने हुए हैं। इससे शहर में स्थित राज्य के सबसे बड़े बांध में दरार आने की आशंका जताई जा रही है। अच्छी बात यह है कि इस इलाके में अभी बारिश बंद है, लेकिन हाईवे और दूसरी सड़कें बह जाने से कई गांवों का रास्ता कट गया है। ये गांव अब भी पानी में डूबे हुए हैं।
जरूरी चीजें और दस्तावेज लेकर ऊंचे इलाकों में जाने की सलाह
खबरें हैं कि तिरुपति के रामचंद्रपुरम में रायला चेरुवु के आसपास के बांधों में दरारें पड़ सकती हैं। इनमें राज्य का सबसे पुराना और सबसे बड़ा बांध भी शामिल है। इससे पानी छूटा तो आसपास के गांवों में अचानक बाढ़ आ सकती है। इस वजह से प्रशासन ने लोगों को जरूरी चीजें और दस्तावेज लेकर ऊंचे इलाकों में जाने के लिए कहा है। अधिकारी इलाके में घूम-घूमकर लोगों को खतरे से आगाह कर रहे हैं। लोगों से कहा जा रहा है कि बांध टूटने का खतरा है, इसलिए जितनी जल्दी हो सके अपना गांव छोड़ दें। अपना कीमती सामान और दस्तावेज लेकर यहां से चले जाएं। अपने रिश्तेदारों को भी इसकी जानकारी दे दें।
अब तक प्रदेश में 25 की मौत
उधर, चित्तूर जिले में तिरुमाला की पहाड़ियों से भारी मात्रा में पानी आने के कारण स्वर्णमुखी नदी उफान पर है। इससे जलाशय भर गए हैं और बाढ़ आ गई। जलाशयों की मिट्टी पानी की वजह से दलदली हो गई है। आंध्र प्रदेश के कई इलाकों में बीते कुछ दिनों से बारिश हो रही है। कडपा और अनंतपुरमू जिलों में शुक्रवार से अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है और 17 लापता हैं।
हालात को देखते हुए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने शनिवार सुबह बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया था।
राहुल गांधी ने जताई चिंता
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को आंध्र प्रदेश के हालात पर चिंता जताई। उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा कि वे लोगों की हर संभव मदद करें। राहुल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि आंध्र प्रदेश में बाढ़ से बहुत नुकसान हुआ है। उन लोगों के प्रति मेरी संवेदना है, जिन्होंने अपनों को खो दिया है।
ट्रेन रूट और सड़कें बंद
आंध्र प्रदेश में दक्षिण और पूर्व को जोड़ने वाले ट्रेन रूट और सड़कें रविवार को पेन्ना नदी में भारी बाढ़ के कारण कट गए। चेन्नई-कोलकाता नेशनल हाईवे-16 को बड़ी दरार आने के कारण नेल्लोर जिले में ट्रैफिक के लिए बंद करना पड़ा। यहां के पडुगुपाडु में रेलवे ट्रैक पर पानी भरे होने से चेन्नई-विजयवाड़ा ग्रैंड ट्रंक रूट पर कम से कम 17 एक्सप्रेस ट्रेनें रद्द कर दी गईं। तीन दूसरी ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द या डायवर्ट किया गया है।
कई किलोमीटर तक फंसे सैकड़ों वाहन
स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के मुताबिक, SPS नेल्लोर जिले के सोमासिला जलाशय से दो लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया। इसी वजह से बाढ़ आ गई। इससे कोवुरु में NH-16 भी टूट गया। नतीजतन नेल्लोर और विजयवाड़ा के बीच ट्रैफिक रोक दिया गया है। इससे दोनों तरफ कई किलोमीटर में सैकड़ों वाहन फंस गए।
बसें और ट्रेनें बंद होने से हजारों यात्री फंसे
बसें बंद होने से सैकड़ों यात्री नेल्लोर RTC बस स्टेशन में फंस गए हैं। कडपा जिले के कमलापुरम में पापग्नि नदी पर एक पुल ढह गया। इससे कडपा और अनंतपुरम जिलों के बीच सड़क का संपर्क टूट गया। अधिकारियों ने कहा कि वेलिगल्लू जलाशय से बाढ़ का पानी निकल रहा है। इससे पुल ढह गया है।
कडपा शहर में रविवार को एक तीन मंजिला इमारत ढह गई। हालांकि इसमें कोई घायल नहीं हुआ, क्योंकि यहां रहने वाले लोग कुछ मिनट पहले ही बाहर निकल गए थे। दूसरी मंजिल पर फंसी एक मां और उसके बच्चे को पुलिस और दमकलकर्मियों ने बचा लिया।