रायपुर। छत्तीसगढ़ को देश में स्वच्छतम राज्य के तौर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सम्मानित किया है। लगातार तीसरी बार प्रदेश को स्वच्छ बनाए रखने की चुनौती को पूरा करना यूं आसान भी नहीं था, लेकिन यह हुआ और सम्मान भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सौंपा गया। अब एक बार फिर स्वच्छता की निरंतरता को कायम रखने की बारी है, तो रैंकिंग सुधारने का भी समय है। जिसे लेकर आज महापौर एजाज ढ़ेबर ने पत्रकारों से चर्चा की।
आज महापौर ढ़ेबर ने पत्रकारवार्ता सभापति के साथ एमआईसी सदस्य और पक्ष—विपक्ष के पार्षदों की मौजूदगी में ली। मेयर ढ़ेबर ने रायपुर सहित प्रदेश की जनता को बधाई देते हुए कहा कि देश में किसी भी मामले में अव्वल आना, बगैर प्रत्येक व्यक्ति के सहयोग के संभव नहीं है। मेयर ने कहा कि आगे और भी चुनौतियां हैं, तो अब विश्वास भी उतना ही बढ़ गया है।
गोधन न्याय योजना का प्रतिफल
महापौर ढ़ेबर ने कहा कि गोधन न्याय योजना का प्रतिफल सामने आ गया है। पहले सड़कों पर गोबर बिखरे रहते थे, लेकिन अब गोपालक उसी गोबर से धन कमा रहे हैं। इस योजना से एक साथ दो समस्याओं का निवारण हो गया है।
नंबर एक के पायदान पर पहुंचना लक्ष्य
महापौर ने कहा कि 2021-22 में भी पुरस्कार जीतने का लक्ष्य है। देश के 4320 शहरों में रायपुर को 6वां स्थान मिला है, गार्बेज फ्री शहरों में रायपुर को 3 स्टार मिले हैं, स्वछता सर्वे में कुल 6 हज़ार अंको में 4 हज़ार से अधिक अंक मिले हैं, जिसे सुधारकर अब नंबर एक के पायदान को हासिल करना ही लक्ष्य है।
हर किसी के सहयोग से पूरा हुआ लक्ष्य
इस दौरान सभापति प्रमोद दुबे ने कहा कि शहर से निकलने वाले वेस्ट मटेरियल का मैनेजमेंट करना अपने आप मे बड़ी चुनौती रहती है। लेकिन रायपुर में जिस तरह से वेस्ट मटेरियल्स को रीयूज किया जा रहा है, वाकई काबिले तारीफ है। पक्ष विपक्ष के पार्षद और रायपुर वासियों सहित सभी के मेहनत का नतीजा है कि आज रायपुर नगर निगम राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित हुआ है। अंत में कहा कि रायपुर शहर को धूल, मच्छर और प्लास्टिक मुक्त करने नगर निगम चलाएगा अभियान।