
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर के कलेक्टर कार्यालय में आज जनचौपाल का दिन था। कलेक्टोरेट परिसर में सुबह से गहमागहमी का माहौल नजर आया, निर्धारित समय पर लोग कलेक्टर कार्यालय के समक्ष जुटते चले गए। कुछ ही देर में करीब 40 आवेदकों की भीड़ नजर आ रही थी। निर्धारित समय पर बिलासपुर कलेक्टर सारांश मित्तर ने जनचौपाल शुरु किया।
महज चंद घंटों के भीतर ही सभी 40 आवेदकों से मुलाकात करते हुए कलेक्टर सारांश मित्तर ने आवेदन पर निराकरण के लिए तत्काल संबंधित विभाग को निर्देशित कर दिया और भीड़ छंटती चली गई। कलेक्टर बिलासपुर सारांश मित्तर ने बताया कि कुल प्राप्त 40 आवेदन में ज्यादातर मामले पंचायत और राजस्व से संबंधित थे।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश के बाद से सभी जिलों में कलेक्टर्स ने जनचौपाल लगाना शुरु किया है, जिसका उद्देश्य प्रदेश के आमजनों की समस्या का यथासंभव मौके पर निदान करना है, ताकि उन्हें अनावश्यक भटकना ना पड़े। इसी कड़ी में बिलासपुर कलेक्टर ने मंगलवार का दिन जनचौपाल के निर्धारित कर दिया है।
बिलासपुर जिले के लोगों को प्रत्येक मंगलवार को जनचौपाल के माध्यम से अपनी समस्याओं को कलेक्टर सारांश मित्तर के समक्ष रखने का जहां मौका मिल रहा है, वहीं उनकी समस्याओं का निराकरण भी यथासंभव तत्काल भी हो रहा है। जिन समस्याओं के निराकरण मौके पर नहीं हो पाते, उन्हें संबंधित विभाग के माध्यम से शीघ्र निराकृत किए जाने का आदेश दिया जा रहा है।