रायपुर। प्रभा खेतान फाउंडेशन द्वारा आयोजित, श्रीसीमेंट्स द्वारा प्रस्तुत, अहसास वूमन रायपुर और अभिकल्प फाउंडेशन के सहयोग से राजधानी रायपुर में “किताब” कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां राजनीतिक पत्रकार एवं लेखक रशीद किदवई की पुस्तक “भारत के प्रधानमंत्री” का विमोचन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। अभिकल्प फाउंडेशन के संस्थापक गौरव गिरिजा शुक्ला ने स्वागत उद्बोधन में सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने कला, संस्कृति और महिला सशक्तिकरण की दिशा में कार्य करने के लिए प्रभा खेतान फाउंडेशन को बधाई देते हुए अपने संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि हम सभी देश के प्रधानमंत्रियों को जानते है पर उतना ही जितना मीडिया द्वारा बताया गया है। लेकिन पत्रकार उन सभी हस्तियों को बहुत ही करीब से जानते और देखते हैं, रशीद किदवई जी भी उन्ही लोगों में से एक हैं, इसलिए इस किताब से हमें बहुत सी अच्छी और नयी जानकारियां मिलेंगी। अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आज के समय में व्हाट्सएप्प के द्वारा गतल सूचनाओं के प्रवाह पर चिंता व्यक्त की। ऐसी सूचनाएं पढ़ते समय हमें इसकी सत्यता की जांच अपने स्तर पर भी जरुर करनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान पीढ़ी को इतिहास से सीख कर देश को कैसे आगे बढ़ाने पर विचार करना चाहिए. इसके साथ ही माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लेखक रशीद किदवई जी को उनकी किताब के लिए बधाई दी।
कार्यक्रम के दौरान लेखक रशीद किदवई के साथ इस किताब पर परिचर्चा आयोजित हुई। जिसमें निर्मल पाठक जी, एडिटर पीटीआई भाषा ने भी हिस्सा लिया। प्रिया सहगल जी, न्यूजएक्स सीनियर एग्जीक्यूटिव एडिटर, द्वारा इस चर्चा का संचालन किया गया। जहां आजादी से लेकर अबतक के सभी प्रधानमंत्रियों और उनके कार्यकाल के बारे में चर्चा की गई। इस दौरान लेखक रशीद किदवई ने बताया, इस किताब को लिखने के पीछे उनकी मंशा यह थी कि सभी प्रधानमंत्रियों के कार्यकाल में हुए राजनीतिक फैसलों का जनता पर क्या असर हुआ, इसे जनता के सामने प्रस्तुत किया जाए। इस चर्चा को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्रियों के कार्यकाल को सिर्फ गलत ठहराना सही नहीं है, सभी के योगदान का अपना महत्त्व है. सभी ने समर्पण के साथ देश को आगे बढ़ाने का कार्य किया है।
चर्चा के दौरान धर्म पर हो रही राजनीति के सवालों के भी उन्होंने जवाब दिए। उन्होंने बताया कि तमाम पार्टियाँ धर्म पर राजनीति कर रही है। सरकारी संपत्तियों के निजीकरण की समस्या की चर्चा के दौरान रशीद जी ने कहा कि स्थितियां बदल रही हैं, उसके अनुसार राष्ट्रीय और निजीकरण किया जा सकता है। चर्चा के दौरान कांग्रेस नेतृत्व पर पूछे गए सवाल पर पैनल के सस्दय निर्मल पाठक जी ने कहा कि अपना नेतृत्व उन्हीं को तय करना होगा. उनका लीडर कौन होगा यह पार्टी और उसके सदस्यों पर निर्भर करता है. आगे उन्होंने बताया कि नरेन्द्र मोदी जी के कार्यकाल को अब तक का सबसे ताकतवर कार्यकाल माना जाता है। जबकि रशीद किदवई ने इंदिरा गांधी के कार्यकाल की तारीफ की।
चर्चा के दौरान सदस्यों ने कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों के सवालों के भी जवाब दिए. जिसके दौरान देश के विकास, राजनीति पर सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव, वंशवाद, राजनीति में महिलाओं की भूमिका और देश में हुए अलग-अलग घटनाओं पर चर्चा हुई।
कार्यक्रम के प्रायोजक सीमेंट की ओर से रवि तिवारी जी द्वारा सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। जिसके बाद एहसास वुमन की ओर से कल्पना चौधरी जी ने कार्यक्रम में शामिल होकर इसे सफल बनाने हेतु सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।