देशभर में खुद को नंबर 1 बताने वाली एयरटेल मोबाइल कंपनी अपने ही उपभोक्ताओं को ठगने का काम कर रही है। ONLINE महंगे रिचार्ज उनके अपने Airtel ऐप से किए जाने के बावजूद फेल हो रहा है, उपभोक्ताओं के खाते से पैसा डेबिट भी हो जाता है, लेकिन उसके बाद ना तो रिचार्ज का फायदा उपभोक्ताओं को मिल रहा है और ना ही उनके खाते से डेबिट हुई रकम लोगों को वापस मिलती है।
इस तरह की दिक्कत किसी एक के साथ नहीं, बल्कि Airtel के ज्यादातर उन उपभोक्ताओं को पेश आ रही है, जो खुद ही ONLINE रिचार्ज करते हैं। बड़ी संख्या में लोग अपनी दिनचर्या और व्यस्तता की वजह से इस बात पर या तो ध्यान नहीं देते या फिर भूल जाते हैं। वहीं शिकायत करने पर इतने तरह के बहाने Airtel कस्टमर केयर में बैठे लोग बताते हैं कि उपभोक्ता परेशान हो जाता है।
तारीख पर तारीख
Airtel के ऐप से ONLINE रिचार्ज करने पर यदि ट्रांजेक्शन फेल हो जाता है, तो आपको डेबिट का मैसेज तत्काल आएगा, उसके बाद कंपनी की ओर से ट्रांजेक्शन आईडी के साथ उपभोक्ताओं को मैसेज आता है कि आपका डिडक्शन 7 से 10 दिनों के भीतर आपके खाते में रिफंड कर दिया जाएगा। उपभोक्ता इंतजार करते—करते भूल जाता है, लेकिन रकम वापिस नहीं होती।
ठगी के एक नहीं कई तरीके
दूसरी तरफ महंगे रिचार्ज के बदले उपभोक्ताओं को जिन सुविधाओं को उपलब्ध कराए जाने का दावा Airtel कंपनी करती है, दरअसल उपभोक्ताओं को वैसी सुविधा मिल ही नहीं पा रही है। मसलन, प्रतिदिन अनलिमिटेड कॉल और प्रतिदिन 2 जीबी डेटा उपलब्ध कराने वाला एक पैक आपने लिया है, तो बिना उपयोग किए ही 50 प्रतिशत डाटा इस्तेमाल करने का एक मैसेज आपके मोबाइल पर आ जाता है।
गौर करने वाली बात यह है कि जब महीनेभर के रिचार्ज में 1 जीबी डाटा दिया जाता था, तब भी 15 दिनों तक 50 प्रतिशत डाटा उपयोग नहीं हो पाता था। अब 2 जीबी प्रतिदिन डाटा देने की बात कही जाती है, लेकिन पूरा दिन भी नहीं चल पाता है। जबकि 2 जीबी डाटा में कम से कम दो फिल्में डाउनलोड करने की क्षमता होती है।