रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर कोरोना से अभी पूरी तरह निजात नहीं पाया है। उस पर नए वैरियंट की देश में धमक ने खौफ को और ज्यादा बढ़ा दिया है। इस बीच राजधानी में मच्छरों का आतंक बढ़ गया है। मच्छरों की वजह से जहां डेंगू की चपेट में बड़ी संख्या में लोग आ चुके हैं, तो इसकी वजह से मौतें भी हो चुकी हैं। वहीं मलेरिया का खतरा भी राजधानी में बढ़ गया है।
आलम यह है कि शाम होते ही राजधानी में घर के बाहर निकलना दूभर हो जाता है। शहर में गंदगी की लगातार सफाई, नालियों में दवाई डालने के बाद भी मच्छरों से निजात नहीं मिल रहा है। रोज दिन मच्छरों की वजह से राजधानी के लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिसकी शिकायतें भी हो रही हैं।
इन बातों को गंभीरता से लेते हुए राजधानी के महापौर एजाज ढ़ेबर ने आज रायपुर नगर निगम आयुक्त के साथ सभी जोन आयुक्त और विभाग प्रमुखों की बैठक आहूत की है। राजधानी को मच्छरों से किस तरह मुक्ति दिलाई जा सकती है, इस बात को लेकर गहन चर्चा हो रही है।
महापौर ढ़ेबर ने स्पष्ट कर दिया है कि राजधानी को मच्छरों से पूरी तरह मुक्त करने के लिए जिस तरह की कार्ययोजना बनानी पड़े, बनाई जाए। महापौर ने कहा कि उद्देश्य राजधानी को मच्छरों से पूरी तरह मुक्त करना है, इसमें किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।