रायपुर। जब पत्रकारिता का पाठ सिखाने वाले संस्थान के लोग अपनी मर्यादा भूलकर अभद्रता पर उतर आए, तो क्या ऐसे में भावी पत्रकार जन्म ले पाएंगे ?। ऐसा ही मामला हमेशा चर्चाओं में रहने वाली पत्रकारिता यूनिवर्सिटी, कुशाभाऊ ठाकरे विश्वविद्यालय से आया है। यहाँ एक प्रोफेसर ने अपने डिप्टी रजिस्ट्रार के साथ बदसलूकी करते हुए गाली गलौच की हैं। मामला इतना बिगड़ गया कि इसकी शिकायत रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल तक पहुंची। बताया जा रहा है कि जांच होने के बाद प्रोफेसर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा सकती है।
पूरा विवाद डिप्टी रजिस्ट्रार सौरभ शर्मा और एसोसिएट प्रोफेसर शैलेंद्र खंडेलवाल के बीच हुआ। दरअसल नवंबर के इस महीने में खंडेलवाल की जॉइनिंग से जुड़ी फाइल को आगे बढ़ाना था। कुछ प्रक्रियाओं की कमी के चलते डिप्टी रजिस्ट्रार ने अपने कर्मचारियों को फाइल पूरी करने को कहा था। इस फाइल को पास होता न देख खंडेलवाल के सब्र का बांध टूट गया और वह गालियां देते हुए शर्मा के केबिन में जा घुसे।
खंडेलवाल ने गालियां देते हुए डिप्टी रजिस्ट्रार से कहा कि तू CGPSC से आया है तो खुद को बहुत होशियार समझता है। मेरी फाइल में तेरा इंट्रेस्ट है क्या। तब सौरभ शर्मा ने बताया कि फाइल नियमों के तहत ही पास होगी। प्रक्रियाएं पूरा करने के लिए कर्मचारियों से कहा है, इसके बाद ही आगे बढ़ेगी। इसी बात को लेकर दोनों में बहस हुई। शर्मा की शिकायत के मुताबिक जबरदस्ती नियमों का उल्लंघन करते हुए खंडेलवाल फाइल आगे बढ़ाने का दबाव बना रहे थे।
जनसंचार विभाग में दिखी मनमानी
जनसंचार विभाग से मनमानी का ताज़ा मामला सामने आ रहा है। यहाँ छात्र-छात्राओं से बेवजह पैसे खर्च कराये जा रहे है। बार-बार फैकल्टी के द्वारा छात्रों को हार्ड कॉपी में असाइनमेंट बनाकर जाँच के लिए लाने को कहा जा रहा है, वहीं हर बार किसी न किसी प्रकार की त्रुटि निकालते हुए उन्हें दोबारा बनाने को कहा जा रहा है। जिससे छात्रों को फिजूल के खर्चों का सामना करना पड़ रहा है। वहीँ फैकल्टी के सख्त रवैये से छात्र काफी परेशान हो रहे है। उन्हें प्रैक्टिकल एक्साम में फेल होने की चिंता सताई जा रही है।
छात्रों का यह भी कहना है कि जन संचार विभाग द्वारा लगभग दो सालों से ऑनलाइन क्लासेज ली जा रही थी। वहीँ अब अचानक ऑफलाइन प्रैक्टिकल एग्ज़ाम होने से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीँ बताया जा रहा है कि केवल जन संचार विभाग द्वारा ही ऑफलाइन प्रैक्टिकल एग्जाम किये जा रहे है।