संवाददाता — विजय सिन्हा, गरियाबंद
गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के जंगल से सटे ग्रामीण इलाकों में आतंक का पर्याय बन चुका एक आदमखोर तेंदुआ पिंजरे में कैद हो गया है। इससे कुछ दिनों पहले ही वन विभाग के पिंजरे में एक और तेंदुआ कैद हुआ था। इस तेंदुए के कैद होने के बाद गरियाबंद जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत लोगों ने राहत की सांस ली है।
सघन वन इलाके वाले गरियाबंद जिले में खुंखार जंगली जानवरों का आतंक बढ़ गया है। एक तरफ जहां हाथियों के दल ने लोगों का जीवन मुहाल कर रखा है, तो दूसरी तरफ आदमखोर तेंदुआ ने दहशत फैला रखा था। तीन लोगों की मौत के बाद वन विभाग की नींद टूटी, तो जिले के बम्हनी मरौदा के जंगलों में उस तेंदुए के लिए जाल बिछाया गया था।
सघन जंगल क्षेत्र से सटे गांव में वन विभाग ने जिस पिंजरे को लगाया था, उसमें एक तेंदुआ फंस गया है। कहा जा रहा है कि यह वही आदमखोर तेंदुआ है, जिसने तीन ग्रामीणों की जान ली है। इससे पहले भी एक तेंदुआ वन विभाग के पिंजरे में फंस गया था, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि वह आदमखोर नहीं था। हालांकि इस पूरे मामले में वन विभाग ने अभी तक किसी तरह की जानकारी उपलब्ध नहीं कराई है।