कोरब। छत्तीसगढ़ के कोरबा में SECL के भू विस्थापित किसानों का गुस्सा मंगलवार देर रात भड़क गया। बड़ी संख्या में ग्रामीण अपने परिवारों साथ कुसमुंडा खदान पहुंच गए और काम बंद करा दिया। करीब 6 घंटे तक काम बंद होने के बाद सुबह हंगामा हो गया। सूचना पर पुलिस पहुंची तो ग्रामीणों से उनकी झड़प हो गई। इस दौरान कई ग्रामीण बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े। पुलिस ने 60 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है।
दरअसल, पिछले एक माह से 12 गांव के भू-विस्थापित SECL के GM ऑफिस के बाहर हड़ताल पर बैठे हैं। यह सभी रोजगार सहित अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि रात करीब 2 बजे सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण भू-विस्थापित रोजगार एकता समिति ने माकपा और छग किसान सभा के बैनर तले कुसमुंडा खदान पहुंच गए। वहां काम बंद करा दिया। सुबह करीब 8 बजे तक हंगामा चलता रहा। इसके कारण उत्खनन और अन्य काम रुक गए।
सूचना मिलने पर पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। इसके बाद ग्रामीणों को वहां से हटाने का प्रयास शुरू किया गया। जिसके चलते दोनों पक्षों में झड़प हो गई। इस दौरान कुछ ग्रामीण बेहोश होकर गिर पड़े। अन्य लोगों को पुलिसकर्मी उठाकर ले गए। उन्हें बस में बिठाकर ले जाया गया है। सभी को गिरफ्तार करने की बात कही जा रही है। इसके बाद भी अभी तक हंगामे की स्थिति बनी हुई है। मौके पर SECL के अफसर और प्रशासन की टीम भी पहुंच गई है।
डेढ़ घंटे तक GM ऑफिस का घेराव
वहीं बच्चों को लेकर पहुंची महिलाओं और बाकी बचे ग्रामीण SECL के GM ऑफिस का घेराव करने के लिए निकल पड़े। करीब डेढ़ घंटे तक जीएम ऑफिस में अभी अफसरों और ग्रामीणों के बीच वार्ता चली। हालांकि कोई नतीजा नहीं निकल सका है। अब फिर से अगले दौर की वार्ता होगी। अभी तक उसके लिए समय तय नहीं किया गया है। वहीं पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें महिलाएं भी शामिल हैं। हालांकि अभी यह पता नहीं चल सका है कि उन्हें गिरफ्तार करने के बाद कहां ले जाया गया है।