ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। छत्तीसगढ़ के जांजगीर में बुधवार देर रात गांव का स्वागत द्वार ट्रेलर पर गिरने से ड्राइवर की मौत हो गई। हादसा हाइड्रोलिक ट्रॉली के स्वागत द्वार से टकराने के चलते हुआ। इसके बाद ड्राइवर ट्रेलर के केबिन में ही फंस गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने करीब 8 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद उसे सुबह बाहर निकाला। इसके बाद हालत गंभीर देख उसे रायगढ़ रेफर किया गया, लेकिन उपचार के दौरान करीब 3 घंटे बाद उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि ड्राइवर डस्ट डंप करने के बाद हाइड्रोलिक ट्रॉली को नीचे करना भूल गया था।
धोबनीपाली निवासी विमल कुमार (32) बुधवार देर रात डभरा के आरकेएम पावर प्लांट से ट्रेलर में डस्ट लेकर हसौद क्षेत्र के रनपोटा गांव डंप करने के लिए गया था। वहां डस्ट डंप करने के बाद वह हाइड्रोलिक ट्रॉली को नीचे करना ही भूल गया। लौटने के दौरान रात करीब 2 बजे तेज रफ्तार में चल रहे ट्रेलर की ट्रॉली गांव के स्वागत द्वार से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि सीमेंट का बना पूरा गेट ट्रेलर पर जा गिरा।
तेज धमाके की आवाज सुनकर ग्रामीण बाहर की ओर भागे तो देखा कि पूरा स्वागत द्वार ट्रेलर के केबिन पर गिरा है और चालक अंदर फंस गया है। ग्रामीणों ने इसकी जानकारी सरपंच को दी। सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंच गई। इसके बाद चालक को बाहर निकालने का प्रयास शुरू हुआ। कटर के जरिए किसी तरह केबिन काट कर सुबह 10 बजे के करीब चालक को बाहर निकाला जा सका। ड्राइवर को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया। जहां हालत गंभीर देख उसे रायगढ़ रेफर कर दिया गया था।
11 केवी का तार भी टूटा, 4 घंटे गुल रही बिजली
ग्रामीणों ने बताया कि स्वागत द्वारा से लग कर 11 केवी तार भी गया है। टक्कर लगने के बाद द्वार के साथ वह भी टूट गया। गनीमत थी कि तार ट्रेलर पर नहीं गिरा, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। तार टूटने के कारण इलाके की 4 घंटे तक लाइट बंद रही। बाद में बिजली विभाग के कर्मचारियों ने आकर दुरुस्त किया है। ग्रामीणों ने बताया कि स्वागत द्वारा साल 2011 में पूर्व सांसद कमला देवी पटले की निधि से बनवाया गया था।