रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीत सत्र 13 दिसंबर से प्रारंभ होने जा रहा है। आज इस विषय से संबंधित जानकारी देने के लिए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत सदन पहुंचे हुए थे। यहां पर मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने शीत सत्र के दौरान पूछे जाने वाले प्रश्नों को लेकर जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने उन तीनों कृषि कानूनों को लेकर भी अपना पक्ष रखा और पीएम मोदी के निर्णय का स्वागत किया।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. महंत ने बताया कि 13 दिसंबर से प्रारंभ होने वाले शीत सत्र को लेकर अब तक 750 से भी ज्यादा प्रश्न प्राप्त हो चुके हैं। उन्होंने 5 दिनों के सत्र के लिहाज से इस संख्या को पर्याप्त बताया है। डॉ. महंत ने बताया कि पहला दिन निधन सूचनाओं के चलते समाप्त हो जाएगा। इसके बाद 4 दिनों का समय चर्चा और प्रश्नों के जवाब के लिए मिलेगा।
डॉ. महंत ने कहा कि सत्र के दौरान ध्यानाकर्षण, स्थगन और विधेयक भी आएंगे। हालांकि उसमें अभी समय शेष है। उन्होंने कहा कि इस बार भी पूरी कोशिश होगी कि छत्तीसगढ़ के उन्नति के लिए, विकास के लिए, जितने भी विधायक गण अपनी अपनी बात रखेंगे, उन सबको पर्याप्त समय मिलेगा और उनकी बातों को पूरा स्थान देंगे।
देर आए दुरूस्त आए
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने मोदी सरकार द्वारा तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने को लेकर कहा कि देश की किसानों के सामने माननीय प्रधानमंत्री जी झुके, उनसे माफी मांगी, इसके लिए हम उनको बधाई देते हैं, वे देर आए दुरुस्त आए।