ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। उत्तरप्रदेश के वाराणसी में 15 साल के एक किशोर ने लालच में आकर पड़ोसी का मोबाइल चुरा लिया था। पड़ोसी की शिकायत पर किशोर की चोरी पकड़ी गई, तो पुलिस ने उससे मोबाइल लेकर हिदायत देकर छोड़ दिया। किशोर को इसके बाद ऐसी आत्मग्लानि हुई कि उसने ट्रेन के सामने कूद कर जान दे दी। इकलौते बेटे की मौत से मां-बाप का रो-रोकर बुरा हाल है। घटना से ग्रामीण भी हतप्रभ हैं और किशोर की आत्महत्या चर्चा का विषय बनी हुई है।
चुराया था पड़ोसी का मोबाइल
फूलपुर थाना अंतर्गत मंगारी बाजार में संतोष राजभर अपने परिवार के साथ रहता है और मजदूरी करता है। संतोष का इकलौता बेटा मनीष कुमार राजभर उर्फ कोचे (15) मोबाइल का शौकीन था। हालांकि पिता की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह मोबाइल नहीं खरीद पाया। लेकिन, लालच में आकर उसने अपने पड़ोसी का मोबाइल चुरा लिया। पड़ोसी ने मनीष पर शक जताते हुए फूलपुर थाने की पुलिस से शिकायत की। फूलपुर थाने की पुलिस ने मनीष को बुलाया और उसके पास से मोबाइल बरामद कर उसे दोबारा चोरी न करने की हिदायत देते हुए घर जाने को कहा।
ट्रेन के सामने कूदकर दी जान
चर्चा है कि मोबाइल मिलने के बाद पड़ोसी ने अपना सिम भी मनीष से मांगा लेकिन वह उसे कहीं फेंक दिया था। मनीष को लगा कि अब उसका चोरी का भेद खुल जाएगा तो मुहल्ले में वह कैसे मुंह दिखाएगा। इसलिए वह घर नहीं गया और बाबतपुर रेलवे स्टेशन के समीप ट्रेन के सामने कुद कर जान दे दिया।
ग्रामीणों ने चंदा जुटाकर किया अंतिमसंस्कार
मनीष की मौत की सूचना उसके पिता संतोष को जीआरपी से मिली तो वह सन्न रह गया। रोते-बिलखते हुए वह भाग कर घटनास्थल पर पहुंचा। जीआरपी ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। उधर, मनीष की मौत के बाद उसकी अंत्येष्टि के लिए ग्रामीणों ने चंदा जुटाकर उसके पिता को पैसा दिया। वहीं, इस समूचे घटनाक्रम से फूलपुर थाने की पुलिस अनजान है।