हॉन्ग कॉन्ग के एक क्वारंटीन होटल से ओमिक्रॉन को लेकर एक बेहद डरावनी खबर आई है। खबर है कि यह वायरस होटल के दो अलग-अलग कमरों में रह रहे पूरी तरह से टीका लगाए गए दो यात्रियों के बीच फैल गया। यह बताता है कि इस अत्यधिक उत्परिवर्तित (हाई म्यूटेट्ड) वेरिएंट को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञ इतने परेशान क्यों हैं
हांगकांग विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा इमर्जिंग इंफेक्शियस डिजीज जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक होटल की फुटेज में सामने आया कि न तो व्यक्ति अपने कमरे से बाहर गया न ही वह किसी के संपर्क में आया। स्टडी में कहा गया कि हो सकता है कि व्यक्ति को खाना पहुंचाने के लिए दरवाजा खोलने या उसका कोविड टेस्ट करने के दौरान यह वायरस हवा में फैल गया हो।
शोधकर्ताओं ने कहा कि वायरस के हवा के जरिए फैलने की संभावना ज्यादा लग रही है। बता दें कि ओमिक्रॉन को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यह वायरस वैक्सीन की सुरक्षा को बेहअसर कर सकता है, और इस तरह यह कोरोना के मामलों में अभूतपूर्व वृद्धि कर सकता है और पटरी पर आती अर्थव्यवस्था को फिर से बिगाड़ सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक वैज्ञानिक ने पिछले सप्ताह कहा था कि दुनिया भर के लगभग 450 शोधकर्ता यह समझने में लगे हुए हैं कि ओमिक्रॉन वैक्सीन की प्रभावशीलता को किस हद तक प्रभावित कर सकता है, कुछ दिनों में इसके परिणाम सामने आ सकते हैं। इस अध्ययन में शामिल रहे हाओगाओ गू, लियो पून और उनके सहयोगियों ने कहा कि एक क्वारंटीन होटल में दो पूरी तरह से टीका लगाए गए व्यक्तियों के बीच ओमिक्रॉन के फैसने से इस वेरिएंट को लेकर चिंता और बढ़ गई है।