रायपुर। छत्तीसगढ़ परिवहन विभाग ने नवा रायपुर अटल नगर के ग्राम तेंदुआ में इंस्टीट्यूट ऑफ ड्रायविंग एंड ट्रैफिक रिसर्च का निर्माण कराया है। आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस इंस्टीट्यूट का लोकार्पण किया। साथ ही ड्रायविंग एंड ट्रैफिक रिसर्च की नई तकनीक का लुत्फ भी उठाया। इस मौके पर परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर, संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी, चंद्रदेव राय, विधायक धनेन्द्र साहू और पापुनि अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी के अलावा परिवहन सचिव टोपेश्वर वर्मा, एटीसी दिपांशु काबरा मौजूद थे।
20 एकड़ में बना
ड्रायविंग एंड ट्रैफिक रिसर्च सेंटर छत्तीसगढ़ के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। यहां पर वाहन चालन से लेकर ट्रैफिक रूल को समझना बेहद आसान होगा। ग्राम तेंदुआ में 20 एकड़ में इसका निर्माण कराया गया है, ताकि यहां पर आने वाले लोगों को इत्मिनान से प्रशिक्षित किया जा सके। पर्याप्त जगह होने से यहां पर आने वालों को ज्यादा दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।
17 करोड़ की लागत
ड्रायविंग एंड ट्रैफिक रिसर्च में प्रशिक्षण की सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राईविंग एण्ड ट्रैफिक रिसर्च की स्थापना 17 करोड़ रूपए की लागत से हुई है। यहां पर नई तकनीक को लाया गया है, ताकि अच्छी सीख दी जा सके। सड़क नियमों का पालन सही तरीके से सिखाया जा सके।
उद्देश्य, दुर्घटनाओं में कमी लाना
आमतौर पर सड़कों पर फर्राटा भरने वाले ज्यादातर लोग प्रशिक्षित नहीं होते, जिसकी वजह से सड़क दुर्घटनाओं का अंबार लगा रहता है। इस इंस्टीट्यूट को खोले जाने के पीछे उद्देश्य यही है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को प्रशिक्षित किया जाए, ताकि दुर्घटनाओं में कमी लाए जा सके।