दशकों पहले सदी के महानायक अमिताभ बच्चन अभिनीत हिन्दी फिल्म ‘मुकद्दर का सिकंदर’ का यह गीत ‘जिंदगी तो बेवफा है, एक दिन ठुकराएगी… मौत तो मेहबूबा है, साथ लेकर जाएगी’ बरबस ही होठों पर आ जाता है। जिंदगी में इन लब्जों की हकीकत को हर कोई जानता है, बस किसी के लिए मौत आसान होती है, तो बहुतों के लिए दर्दनाक।
ऐसे ही दर्दनाक मौत की हकीकत सामने आई है। दरअसल, छत्तीसगढ़ के जशपुर से दो युवक सुरजीत और अनिल बोर वाहन में काम करते थे। बीते तीन माह से वे महाराष्ट्र के नागपुर में ही काम कर रहे थे। सोमवार को दोनों एक ही जगह पर सड़क किनारे बैठे हुए थे, तभी एक वाहन उनको रौंदकर निकल गई। इस घटना में दोनों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि दोनों जशपुर जिले के फरसाबहार ब्लॉक के सरकरा गांव के थे। इनमें से सुरजीत पहाड़ी कोरवा परिवार का है। वाहन की टक्कर से दोनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। यह नहीं पता चल सका है कि टक्कर मारने वाला वाहन कौन सा था। फिलहाल पुलिस CCTV के आधार पर पता लगाने का प्रयास कर रही है। दोनों के शवों को सांकरा के लिए भेज दिया गया है। फिलहाल इस संबंध में ज्यादा जानकारी अभी नहीं मिल सकी है।