रायपुर। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार 17 दिसंबर को अपने 3 साल पूरा करने जा रही है। इन तीन सालों में छत्तीसगढ़ ने देश में एक नया मुकाम स्थापित किया है। आज पूरे देश में ‘छत्तीसगढ़ मॉडल’ चर्चा में है। राष्ट्रीय पुरस्कारों की मानों झड़ी लगी हुई है। आज उन्हीं शानदार 3 सालों को लेकर प्रदेशभर में ‘रन फॉर सीजी प्राइड’ का आयोजन किया गया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर अपने युवा होने का परिचय दिया, मंझे हुए धावक की तरह राजधानी की सड़कों पर उन्होंने दौड़ लगाई। उनके साथ मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष कुलदीप सिंह जुनेजा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम, छत्तीसगढ़ ओलम्पिक संघ के महासचिव गुरुचरण सिंह होरा, रायपुर के महापौर एजाज ढ़ेबर सहित प्रदेश के आला अफसरों, स्कूली बच्चों, एसीसी कैडेट्स, खिलाड़ियों सहित तमाम लोगों ने जोरदार दौड़ लगाई।
‘रन फॉर सीजी प्राइड’ के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का छत्तीसगढ़िया अंदाज एक बार फिर सामने आया। राज्य के मुख्यमंत्री होने के बावजूद वे आम लोगों की तरह राजभवन के पास एक गुमटी में बैठ गए। वहां पर उन्होंने गर्मागरम पकौड़ों का आनंद लिया और चाय की चुस्की ली। उनके साथ मंत्री टेकाम के अलावा अन्य लोग भी थे।
मुख्यमंत्री बघेल का यह अंदाज उनके मूल छत्तीसगढ़िया होने का परिचय कराता है। इस बीच हंसी—ठहाके भी होते रहे और सीएम बघेल इन क्षणों का भरपूर आनंद लेते नजर आए। उन्होंने इस बीच कहा कुछ नहीं, लेकिन अपने अंदाज से उन्होंने ‘मन की बात’ कह डाली, किस वे छत्तीसगढ़िया हैं। वे मुख्यमंत्री भले ही हैं, पर स्वभाव वही है, जिसे प्रदेश की जनता जानती है।