प्रतिबंध के बावजूद भी बारों में डॉंसिंग गर्ल को नचाया जा रहा है। इन्हीं बार बालाओं के माध्यम से देह व्यापार का गोरखधंधा भी संचालित किया जाता है। दबे पॉंव चलने वाले इस काले कारोबार को लेकर पुलिस के पास सूचनाएं तो पहुंचती हैं, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही गोरखधंधा चलाने वालों को इसकी भनक मिल जाती है, और किया धरा सबकुछ इस तरह से साफ कर दिया जाता है, जैसे कुछ हुआ ही नहीं है।
ऐसा ही एक और मामला मायानगरी मुंबई में सामने आया है। पुलिस को इसकी जानकारी मिली, तो पुलिस ने इरादे के साथ मुंबई के अंधेरी इलाके में संचालित उस बार में दबिश दी। संजीदगी बरतने के बावजूद पुलिस के पहुंचने की जानकारी अवैध कारोबारियों तक पहुंच गई और पुलिस की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास किया गया।
इस बार पुलिस ने भी जिद पकड़ रखी थी। सामने कुछ नहीं मिलने के बाद पुलिस उलटे पांव लौटने के बजाय मौके पर ही जम गई और 15 घंटों तक सघन जांच करती रही, लेकिन हाथ कुछ नहीं लगा। निराशा के बीच आशा की एक किरण जगमगाई और जिस शीशे को केवल मेकअप शीशा माना जा रहा था, उसे खोलने का प्रयास जब सार्थक हुआ, तो उसके पीछे के तहखाने की सच्चाई भी खुलकर सामने आ गई।
साजों सामान के साथ बालाएं
यह वही तहखाना था, जिसमें उन 17 बार बालाओं को छिपा दिया गया था। यहां पर उनके लिए आराम के साथ खाने—पीने जैसी तमाम व्यवस्थाएं थीं, जिसकी वजह से कोई आवाज तक बाहर नहीं आ पा रही थी। आखिरकार पुलिस को सफलता मिल ही गई।
शिकायत पर कार्रवाई
दरअसल, मुंबई पुलिस की समाज सेवा शाखा को एक एनजीओ से शिकायत मिली थी कि इस बार में कोविड-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया जा रहा है। बार में भारी भीड़ जमा होती है और ग्राहक प्रतिदिन लाखों रुपये खर्च करते हैं। बार गर्ल्स के चलते बार पूरी रात खुला रहता है। पुलिस को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। शिकायत के आधार पर शनिवार देर रात पुलिस ने बार में छापेमारी की थी।