नगरीय निकाय चुनाव में पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों की मान मनौव्वल का दौर अब खत्म हो गया है। भाजपा ने समझाइश के बाद भी नहीं मानने वाले जामुल नगर पालिका के 9 बागी प्रत्याशियों को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। निष्कासित किए गए लोगों में जामुल के पूर्व पालिका उपाध्यक्ष हरीश वर्मा का नाम भी शामिल है। इन सभी को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया गया है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय से प्रदेश महामंत्री (संगठन) पवन साय ने इस संबंध में गुरुवार को आदेश पत्र जारी किया है। आदेश में लिखा गया है कि नगरीय निकाय चुनाव 2021 के दौरान पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के विरुद्ध चुनाव लड़ने के आरोप में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने पार्टी के 9 कार्यकर्ताओं की प्राथमिक सदस्यता 6 साल के लिए समाप्त कर दी है।
तीनों निगम के बागियों का निष्कासन बाकी
अभी भी भिलाई नगर निगम सहित रिसाली और भिलाई तीन चरौदा नगर निगम के बागी भाजपा प्रत्याशियों पर कार्रवाई होना बाकी है। भाजपा नेताओं का कहना है कि जल्द ही यहां की भी लिस्ट जारी हो जाएगी। पार्टी ने उन्हें आज तक का समय दिया है। यदि इसके बाद भी वह अपनी दावेदारी नहीं छोड़ते हैं तो उनके खिलाफ भी पार्टी सदस्यता समाप्त करने की कार्रवाई की जाएगी।
जामुल से इन नौ बागियों का किया गया निष्कासन
जामुल नगर पालिका से चुनाव लड़ रहे 9 बागी कार्यकर्ताओं में सभी की प्राथमिक सदस्यता समाप्त की गई है। इसमें पूर्व पालिका उपाध्यक्ष और वार्ड 3 से दावेदारी कर रहे हरीश वर्मा सहित वार्ड 3 से अश्वनी यादव, वार्ड 6 से नरेंद्र देवदास, वार्ड 7 से अश्वनी लेखराम साहू, वार्ड 8 से वेंकटेश मेश्राम उर्फ पप्पू, वार्ड 8 से ही यशवंत रघुवंशी, वार्ड 10 से उषा गजेंद्र साहू, वार्ड 11 से भूपेश सिंह और वार्ड 16 से चुम्मन वर्मा का नाम शामिल है।