बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर ने जीएन गोल्ड चिटफंड कंपनी के फरार डायरेक्टर को महाराष्ट्र के गोंदिया से धर दबोचा है। उसके साथ कंपनी के डायरेक्टरों के खिलाफ 7 अलग—अलग थानों में धोखाधड़ी किए जाने का आरोप दर्ज कराया गया था। इस मामले का खुलासा करते हुए बिलासपुर एसएसपी पारुल माथुर ने बताया कि आरोपी की संपत्ति का पता लगा लिया गया है, जिसकी कुर्की की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गई है।
एसएसपी माथुर ने बताया कि फरार डायरेक्टर खेमेंद्र बोपचे महाराष्ट्र के गोंदिया में छिपकर फरारी काट रहा था। उसने कंपनी के अन्य डायरेक्टरों के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ में 5 करोड़ की ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश मिलने के बाद से ही प्रदेश में चिटफंड कंपनी संचालित करने वालों की लिस्ट पर काम शुरु कर दिया गया, जिसमें फरार लोगों की सूची एकत्र कर तलाश अभियान चलाया जा रहा था।
मामले को लेकर बताया जा रहा है कि जीएन गोल्ड चिटफंड कंपनी के डायरेक्टरों ने मिलकर आमलोगों को रकम दो से तीन गुना देने का झांसा दिया था। रकम दोगुना तो नहीं हुआ, उल्टे लोगों ने जितना कुछ निवेश किया, कंपनी के डायरेक्टर उस रकम को बटोरकर भाग खड़े हुए। यह रकम 5 करोड़ के करीब बताई जा रही है। एसएसपी माथुर ने बताया कि इस मामले में सभी 10 लोगों की संपत्ति का डिटेल लेकर उसे कुर्क करने की प्रक्रिया शुरु हो चुकी है।