छत्तीसगढ़ सरकार के तीन वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज राजधानी रायपुर स्थित दूधाधारी मठ पहुँचे और यहां पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि एवँ खुशहाली की कामना की। उन्होंने मन्दिर प्रांगण में स्थित श्री राम पांचाल मंदिर में भी पूजा अर्चना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते तीन साल में हम सभी विपरीत परिस्थिति में एकजुट होकर सभी समस्याओं का निराकरण करने में सफल हुए। ऐसा कोई वर्ग नहीं जिसका सहयोग ना मिला हो, चाहे कोरोना के मामले हो या अन्य कोई भी मामला हो सभी वर्ग के लोगों का सहयोग, समर्थन और आशीर्वाद मिला है, तब जाकर आज छत्तीसगढ़ राष्ट्रीय स्तर पर ऊंचाईयों को छू रहा है। सबका सहयोग मिला तभी यह संभव हो पाया। छत्तीसगढ़ में आज जो बदलाव दिखाई दे रहा है वह पूरे 2 करोड़ 80 लाख यहां के निवासियों का योगदान है और यहां के साधु, संत- महात्माओं के आशीर्वाद का परिणाम है। इस मौके पर उन्होंने सभी छत्तीसगढ़ वासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री बघेल ने मंदिर परिसर में गौ पूजन कार्यक्रम में शामिल होकर गौ माता की आरती उतारी और चारा खिलाकर आशीर्वाद लिया। छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महंत राम सुन्दर दास ने मुख्यमंत्री बघेल को इस मौके पर शिवरीनारायण मंदिर से लाया गया कृष्णवट का पौधा भेंट किया। ऐसी मान्यता है कि भगवान श्रीराम ने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान इसी वट वृक्ष के पत्तों से बने दोने में माता शबरी द्वारा भेंट किये गए बेर खाये थे। इस अवसर पर वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा, कोटमीसोनार महामंडलेश्वर सर्वेश्वर दास जी, रतनपुर महामंडलेश्वर दिव्यकान्त दास , सूरज निर्मलकर एवँ मठ के अन्य सदस्यगण उपस्थित थे। बघेल ने दूधाधारी मठ में राजेश्री महंत बलभद्र दास जी के समाधी स्थल पर पहंुचकर उन्हें नमन किया।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि तीन साल पहले आज ही के दिन उनके नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में नई सरकार नेे शपथ ग्रहण लिया था। शपथ ग्रहण के तुरंत बाद यहां आकर उन्होंने भगवान राम और महंत जी से आशीर्वाद लिया था और काम-काज की शुरूआत की थी। आज 3 साल पूरे हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते 3 सालों में हमें किसानों, आदिवासियों, गौ माता की सेवा करने का अवसर मिला जिसका प्रतिफल है कि पूरे प्रदेश में खुशहाली और समृद्धि का वातावरण बना। चाहे किसान हो, मजदूर हो चाहे आदिवासी हो, व्यापारी हो उद्योगपति सभी वर्गों में नया उत्साह जागा है। उन्होंने कहा कि हमारे पुरखों ने जो समृद्ध छत्तीसगढ़ का सपना देखा था, उसे सच करने की दिशा में हम लगातार प्रयास कर रहे हैं । उन्हें पूरा विश्वास है कि जिस गति से विकास के कार्यों की अंजाम दे रहे हैं और इसमें बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद मिल रहा है, सब के सहयोग से बहुत तेजी से छत्तीसगढ़ को आगे बढ़ाने हम सफल होंगे और समृद्ध छत्तीसगढ़ का जो सपना हमारे पुरखों ने देखा था उसे पूरा करेंगे ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज राज्य में किसान वर्ग खुश है, उनकी उपज का भरपूर दाम मिल रहा है। समर्थन मूल्य में धान खरीदी लगातार हो रही है । हमने जो वादा किया था उसे पूरा किया है राह में कितनी भी अड़चनें आयी, केंद्र सरकार द्वारा अनेक अड़ंगे लगाए गए लेकिन हमने जो कहा था उसे पूरा कर रहे हैं । देश के 74 प्रतिशत लघु वनोपज की खरीदी हमारे वनांचल से हुई है। वैल्यू एडिशन का काम भी हमारे लोग कर रहे हैं, गौठान योजना हमारे यहां सफलतापूर्वक संचालित हैं । आज 7 हजार 777 गौठान पूर्ण हो चुके हैं, जिनमें गोबर खरीदी, वर्मी कंपोस्ट निर्माण का काम भी चल रहा है। उसी प्रकार राज्य में नरवा कार्यक्रम भी संचालित किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत 30 हजार नालों को पुनर्जीवित कर वाटर रिचार्जिंग का कार्य किया जा रहा है ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार से हमें इस वर्ष भी लगतार तीसरी बार स्वच्छता के क्षेत्र में प्रथम पुरस्कार मिला है। वन विभाग को 11 पुरस्कार मिले हैं, महिला बाल विकास विभाग, पंचायत विभाग और आज गृह विभाग को भी क्राइम एवं क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क में देश में दूसरा स्थान मिला है । उन्होंने कहा कि हमारी सारी योजनाएं सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ को केंद्रित कर संचालित की जा रही हैं। इसमें गरीबों के लिए चावल वितरण, रोजगार की व्यवस्था, बिजली बिल हाफ योजना का लाभ, शहरी क्षेत्रों में छोटे भूखंडों की रजिस्ट्री, पट्टा वितरण का कार्य, गांव हो या शहर हो प्रत्येक स्तर पर कार्य कर रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल संचालित किए जा रहे हैं। गांवों में हाट बाजार क्लिनिक योजना संचालित की जा रही है तो शहर में शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना संचालित हैं, वहीं महिलाओं के लिए दाई दीदी क्लीनिक योजना भी अलग से संचालित की जा रही है। सभी वर्गों के लिए राज्य सरकार कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी नवीन औद्योगिक नीति का ही परिणाम है कि राज्य में उद्योगों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं जो हम से अछूता हो । राज्य शासन ने राम वन गमन पर्यटन परिपथ की शुरुआत की है, कौशल्या माता मंदिर के सौंदर्यीकरण का कार्य किया जा चुका है। अब शिवरीनारायण में आगामी समय से रामायण सम्मेलन करने का भी निर्णय लिया गया है। इस प्रकार से पर्यटन को भी बढ़ावा देने का कार्य शासन द्वारा किया जा रहा है। हमारी जो सांस्कृतिक धरोहर है उसे और पुष्ट करने तथा सहेजने का काम चाहे वह घोटुल का निर्माण हो, चाहे देवगुड़ी का निर्माण हो, चाहे वह आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन हो इन सब के माध्यम से सभी वर्ग को ऊपर लाने का काम छत्तीसगढ़ में हो रहा है।