गाजे-बाजे के साथ निकली तुलसी वर्षा शोभायात्रा
गरियाबंद। तुलसी-शालिग्राम विवाह शुक्रवार को सम्पन्न हुआ। आज शनिवार शाम को शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा विभिन्न मार्गों से होकर गुजरी। बैंड-बाजा के साथ निकली शोभायात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। आज भागवत कथा का ८ वाँ दिन है इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने नृत्य किया। प्रभात फेरी निकाली शुक्रवार को . कामजीत सिन्हा और , उनकी पत्नी रेणुका सिन्हा ने विवाह से पूर्व की रस्मों को निभाया। वही आज शनिवार शाम से बैँड-बाजा व डीजे के साथ तुलसी वर्षा शोभायात्रा निकाली गई। देवस्वरूपों की झांकियां रथों पर विराजमान रहीं।
डीजे व बैंड-बाजा की धुन पर महिलाएं, पुरुष व बच्चे नृत्य करते चले। शोभायात्रा विभिन्न मार्गों से होकर गुजरी। इसमें पालकी पर सजधज कर विराजमान लड्डू गोपाल का स्वागत किया गया। आरती उतारी गई और प्रसाद वितरण हुआ।वही सूर्यकांत शास्त्री ने मंत्रोच्चार से तुलसी संग शालिगराम विवाह की रस्में कराईं।
पं. सूर्यकांत सास्त्री ने श्रद्धालुओं से कहा कि भागवत कथा की सार्थकता तब ही सिद्ध होगी, जब इसे हम अपने जीवन व व्यवहार में धारण करें। उन्होंने कहा कि निरंतर हरि स्मरण करते हुए अपने जीवन को आनंदमय, मंगलमय बनाकर आत्म कल्याण करें। अन्यथा यह कथा केवल मनोरंजन व कानों के रस तक ही सीमित रह जाएगी। उन्होंने कहा कि जो काम प्रेम के माध्यम से संभव है, वह हिंसा से संभव नहीं। देश और समाज के लिए अच्छे कामों से छाप छोड़ना ही बुद्धिमता है।
इस अवसर पर : आयोजन कर्ता नंदू सिन्हा ओमप्रकाश पूर्णिमा सिन्हा बुद्धेश्वर शकुन्तला सिन्हा हितेन्द्र – विद्या सिन्हा : योगेश शान्ति सिन्हा यानेन्द्र – रोशनी सिन्हा कामजीत सिन्हा रेणुका सिन्हा केशु सिन्हा भूमिका सिन्हा शिव सिन्हा दिलीप सिन्हा ललिता सिन्हा नागेश- गोकृति सिन्हा रोशन- मनीषा सिन्हा चन्द्रशेखर खुशी सिन्हा उपस्थित रहे