रायपुर। स्वयंसेवी संस्था छत्तीसगढ़ जकात फाउंडेशन ने हर वर्ष की तरह इस बार भी “मिशन तालीम” के तहत समारोह का आयोजन कर जरूरतमंद बच्चों को उनके साल भर की फीस छात्रवृत्ति के रूप में दी। इस मौके पर मुख्य अतिथि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और महिला आयोग अध्यक्ष किरणमयी नायक ने कोरोना वारियर्स और समाज सेवी संगठनों को सम्मानित भी किया।
बच्चों के काम आ रही है लोगों की जकात
मुस्लिम समाज द्वारा रमजान के पवित्र महीने में अपनी कमाई में से जकात और फितरा का हिस्सा निकाल कर नेक कार्य के लिए दान कर दिया जाता। इसी जकात की रकम का संग्रहण स्वयंसेवी संस्था छत्तीसगढ़ जकात फाउंडेशन द्वारा भी किया जाता है और जरूरतमंद बच्चों को छात्रवृत्ति के अलावा रोजगारमूलक प्रशिक्षण भी युवाओ को दिया जाता है। सन 2015 से यह संस्था काम कर रही है और इसको मिलने वाली इमदाद साल-दर-साल बढ़ती जा रही।
जकात का ऐसा इस्तेमाल पहली बार देखा
इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने जकात फाउंडेशन द्वारा सन 2015 से लेकर अब तक किये गए कार्यों को जाना और संस्था की सराहना करते हुए कहा कि वे बचपन से जकात के बारे में सुनते आ रहे हैं मगर पहली बार जकात का इस तरह सदुपयोग होते हुए देखा। उन्होंने कोरोना काल में भी जकात द्वारा किये गए जनहित के कार्यो की भी सराहना की।
बढ़ता जा रहा “मिशन तालीम” का दायरा
जकात फाउंडेशन ने अपनी इस मुहीम को “मिशन तालीम” का नाम दिया है और रायपुर से शुरू किये गए इस नेक कार्य का दायरा बढ़ते हुए प्रदेश के कई शहरो तक जा पहुंचा है। इस वर्ष यह संस्था प्रदेश के साढ़े चार हजार से अधिक बच्चों को 42 लाख रूपये की छात्रवृत्ति बांटेगी। राजधानी रायपुर के शहीद स्मारक भवन में आयोजित इस समारोह में स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के साथ ही महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक, सलाम रिजवी, सलमान इम्तियाज हुसैन सहित कई अन्य अतिथियों की मौजूदगी में राजधानी रायपुर के 280 छात्र-छात्राओं को 27 लाख रूपये की छात्रवृत्ति बांटी गई।
कोरोना वारियर्स का भी किया गया सम्मान
इस मौके पर टीएस सिंहदेव और किरणमयी नायक ने कोरोना काल में मरीजों की निस्वार्थ सेवा करने वाले शहर के डॉक्टरों को भी सम्मानित किया। इसके अलावा जरुरतमंदो के लिए लगातार भोजन मुहैया करने वाली संस्था अशर्फी टिफिन सर्विस तथा रेलवे स्टेशन के सामने भोजन बांटने वाली संस्था आवाम ए हिन्द तथा कुछ अन्य संस्थाओ को सम्मानित किया। इनमे अरहम रजा नाम का छात्र भी शामिल था जिसने पॉकेट मनी से बचाकर जमा किये गए पैसों के गुल्लक को कोरोना काल में जरूरतमंदों के भोजन बांटने के लिए जकात फाउंडेशन को सौंप दिया था।
जकात फाउंडेशन द्वारा उषा कंपनी के साथ मिलकर युवतियों को सिलाई मशीन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, इसके अलावा कंप्यूटर कोर्स और अकॉउंटेन्सी का कोर्स भी कराया जा रहा है। इन्हे भी इस मौके पर प्रमाणपत्र बांटा गया। प्रोग्राम में प्रमुख रूप से इन डॉक्टरों का हुआ सम्मान डॉक्टर सबा सिद्दीकी डॉक्टर अल्ताफ युसूफ मीर डॉक्टर आरिफ मेमन डॉक्टर शहीद अहमद डॉक्टर शोएब खान डॉ अबरार कादरी डॉक्टर मोइन खान डॉक्टर अंजुम खान डॉक्टर शाहिद डॉक्टर जावेद कुरेशी डॉक्टर अनीश मेमन प्रमुख रूप से शामिल थे कार्यक्रम का संचालन सैयद अकील ने किया छत्तीसगढ़ जकात फाउंडेशन की रूपरेखा के बारे में सैयद इनामुल ने लेखा-जोखा प्रस्तुत किया कार्यक्रम का समापन अकरम सिद्दीकी साहब ने किया कार्यक्रम में प्रमुख रूप से अब्दुल कादिर यूनुस खान एम डब्लू आई खान हाशिम खान साहब सलाम रिजवी असलम रोकड़िया फ़जल संजरी इमरान खान हकीम अंसारी जुनैद हुसैन भिलाला वेद अशफाक अमजद आदि लोग मौजूद थे