रायपुर। फर्जी दस्तावेजों से छह करोड़ 50 लाख रुपये की ठगी करने के दोनों आरोपितों पंकज जैन और राजीव जैन को पुलिस ने इंदौर में गिरफ्तार कर लिया। वहां से दोनों आरोपितों को शनिवार को देवेंद्र नगर पुलिस रायपुर ले आई। गौरतलब है कि कूटरचित दस्तावेज जमा कर एग्रीमेंट का उल्लंघन करते हुए यह ठगी की गई।
इस मामले में यमुना टेक्नो कंसल्टेंट एलएलपी रायपुर के मैनेजर पीयूष कुमार ने पिछले दिनों देवेंद्रनगर थाने में शिकायत की थी और उसके बाद दोनों भाइयों के खिलाफ धारा 420 के तहत अपराध दर्ज कर थाना पुलिस ने जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान यह पाया गया कि आरोपितों द्वारा जानबूझकर कूटरचित दस्तावेज तैयार कर आवेदक की कंपनी के एग्रीमेंट का उल्लंघन किया गया। आरोपितों ने कंपनी को छह करोड़ 50 लाख रुपये वापस न कर धोखाधड़ी की है।
जानिये क्या है पूरा मामला
पुलिस के मुताबिक मेसर्स यमुना टेक्नो कंसल्टेंट्स एलएलपी का पंजीकृत कार्यालय हीरा आर्केड पंडरी में है। इसकी फर्म हीरा ग्रुप के नाम से प्रचालित होकर स्टील प्लांट फेरो अलायज, पावर प्लांट्स व अन्य कारोबार करती है। वर्ष 2013 में आरोपित पंकज जैन व राजीव जैन ने मेसर्स यमुना टेक्नो कंसल्टेंट्स एलएलपी के मैनेजिंग पार्टनर बीएल अग्रवाल को बताया कि उन्होंने मेसर्स स्केल बैन इक्यूपमेंट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कारोबार शुरू किया है।
बीएल अग्रवाल ने उनकी कंपनी के साथ 12 मार्च, 2013 को एक एडवाइजरी सर्विस एग्रीमेंट किया और कार्य क्षेत्र के लिए पांच करोड़ दिया। शर्त यह थी कि शर्तों का उल्लंघन करते हैं तो यह रकम उनकी फर्म को वापस करनी पड़ेगी। इसके बाद दिसंबर, 2013 में भी आरोपितों को एक करोड़ रुपये आरटीजीएस किया गया।